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दशहरा मेले की आड़ में नियमों की उड़ रही धज्जियां, निगम और पुलिस मौन

विद्याधर नगर में दशहरा मेले के नाम पर खुलेआम नियमों की अनदेखी हो रही है। सड़कों पर कब्जा कर मनमाने ढंग से गेट खड़े किए जा रहे हैं। आयोजकों ने यातायात पुलिस से अब तक किसी प्रकार की अनुमति नहीं ली है। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि, आखिर किसकी शह पर ये आयोजन […]

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जयपुर

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Amit Pareek

Sep 03, 2025

विद्याधर नगर में दशहरा मेले के नाम पर खुलेआम नियमों की अनदेखी हो रही है। सड़कों पर कब्जा कर मनमाने ढंग से गेट खड़े किए जा रहे हैं। आयोजकों ने यातायात पुलिस से अब तक किसी प्रकार की अनुमति नहीं ली है। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि, आखिर किसकी शह पर ये आयोजन नियम-कायदों को ताक पर रखकर किया जा रहा है। अगले सप्ताह से 10 दिन में गेट तैयार हो जाएंगे। त्योहारों के मौसम में जब यहां आवाजाही और बढ़ेगी, तब मेला समिति की मनमानी आम जनता पर भारी पड़ सकती है।

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कमाई का जरिया बना आयोजन

मेला समिति ने आयोजन को कमाई का साधन बना लिया है। यातायात नियमों को धता बताकर मनमर्जी से गेट लगाए जा रहे हैं। इनके आस-पास सुरक्षा के भी कोई इंतजाम नहीं हैं। निगम से विज्ञापन लगाने की अनुमति भी नहीं ली गई है। निगम अधिकारियों की चुप्पी उनकी कार्यशैली पर भी सवाल खड़े कर रही है। स्थानीय लोगों के अनुसार, मेले के बाहर पार्किंग शुल्क तक वसूला जाता है। दूसरी ओर परकोटा समेत अन्य बाजारों में व्यापारी मंडलों को दीपोत्सव पर सजावट के लिए केवल तीन से पांच दिन की विज्ञापन छूट मिलती है, ताकि खर्चा निकल सके। लेकिन विद्याधर नगर में इसका उल्टा हो रहा है।

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कोई प्रार्थना पत्र नहीं मिला

विद्याधर नगर में लगाए गए गेटों के लिए कोई अनुमति नहीं ली गई है। इस संबंध में कोई प्रार्थना पत्र भी नहीं मिला है।

- राजेंद्र सिंह, एडिशनल डीसीसी-नॉर्थ, ट्रैफिक

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अनुमति नहीं...सभी का सहयोग

सभी के सहयोग से काम कर रहे हैं। यह दूसरी बार समिति आयोजन कर रही है। आपका जो आदेश हो, बता देना।

— राजू मीणा, अध्यक्ष, आयोजन समिति

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मनमानी रोकी जाए, व्यापार मंडलों को ही मिले अनुमति

जयपुर व्यापार महासंघ के महामंत्री सुरेश सैनी ने कहा कि, नगर निगम, यातायात पुलिस और स्थानीय थाना पुलिस को इस तरह की मनमानी रोकनी चाहिए। सजावट के लिए केवल स्थानीय व्यापार मंडलों को ही अधिकृत किया जाना चाहिए। महासंघ का प्रतिनिधिमंडल जल्द ही दोनों निगम महापौर और आयुक्त से मुलाकात कर आपत्ति दर्ज कराते हुए कार्रवाई की मांग करेगा।