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जयपुर। राजस्थान पुलिस की ओर से तैयार हुए अभय कमांड सेंटर से जहां शहर की कानून व्यवस्था की निगरानी एक छत के नीचे से हो रही है वहीं अब जलदाय विभाग ने पूरे प्रदेश के प्रमुख पेयजल प्रोजेक्ट में लगे स्काडा सिस्टम से पेयजल संधारण, वितरण और पानी ट्रांसफर की निगरानी मुख्यालय स्तर पर करने की कवायद शुरू की है। जलदाय मुख्यालय के विशिष्ट परियोजना भवन में सूचना प्रौद्योगिकी विभाग स्काडा कमांड सेंटर तैयार करा रहा है और सेंटर संभवतया इस महीने के अंत तक काम शुरू कर देगा।
जलदाय मुख्यालय से मिली जानकारी के अनुसार मुख्यालय भवन मे तैयार हो रहे स्काडा कमांड सेंटर से प्रदेश के सभी प्रमुख पेयजल प्रोजेक्ट के स्काडा सेंटरों को जोड़ा जाएगा। इससे विभाग के प्रमुख शासन सचिव से लेकर कनिष्ठ अभियंता स्तर के तक इंजीनियरों तक को उनके क्षेत्राधिकार वाले पेयजल प्रोजेक्टों के संचालन और संधारण की सीधी जानकारी चौबीस घंटे उपलब्ध हो सकेगी।
विभाग के सूत्रों की मानें तो पुलिस के अभय कमांड सेंटर की तर्ज पर बन रहे स्काडा कमांड सेंटर की मॉनीटरिंग और संचालन जलदाय इंजीनियर करेंगे वहीं विभाग सेंटर शुरू होने पर राज्य सरकार से अलग से कैडर देने का प्रस्ताव भेजेगा। बताया जा रहा है कि सेंटर में प्रदेशभर में लगे आरओ प्लांट और डिफ्लोराइडेशन यूनिट को भी सेंटर से जोड़ा जाएगा जिससे आरओ प्लांट और डीएफयू यूनिट से होने वाले वाटर फिल्टराइजेशन की मात्रा का भी रिकॉर्ड हर समय विभाग के पास उपलब्ध रहेगा।
वहीं दूसरी तरफ शहरी और ग्रामीण जलापूर्ति व्यवस्था से जुड़े सरकारी नलकूपों और मशीनरी को भी सेंसरयुक्त करने की योजना पर विभाग काम कर रहा है। उच्च स्तरीय मंजूरी मिलने पर सैंट्रल स्काडा कमांड सेंटर से ही शहर के यदि किसी कॉलोनी में कोई सरकारी नलकूप लगा हुआ है और किसी तकनीकी कारणों से बंद पड़ा है तो इसकी भी रिपोर्ट स्काडा सेंटर पर दर्ज होगी। जिसके चलते समय रहते ही मशीनरी को दुरुस्त किया जा सकेगा।
Published on:
16 Jun 2018 12:08 pm
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