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Vajra Yog: गलत संगति में रहते हैं पर औरों के लिए अपनी जान जोखिम में डाल देते हैं ये लोग, जानिए आज जन्म लेनेवालों के गुण—अवगुण

ज्योतिष में जन्म समय के योग जातक के व्यवहार—विशेषता, गुण—अवगुणों के बारे में बहुत कुछ जानकारी दे देते हैं। 05 अक्टूबर 2020 को अर्धरात्रोत्तर 12 बजकर 04 मिनट तक वज्र योग रहेगा। इसके उपरांत सिद्धि योग प्रारंभ हो जाएगा। आप भी जानिए इनमें जन्म लेनेवाले बच्चे आखिर कैसे होंगे!

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Siddhi yog , Kundli Me Harshan Yog , Vajra Yog In Kundli

Siddhi yog , Kundli Me Harshan Yog , Vajra Yog In Kundli

जयपुर. ज्योतिष में जन्म समय के योग जातक के व्यवहार—विशेषता, गुण—अवगुणों के बारे में बहुत कुछ जानकारी दे देते हैं। 05 अक्टूबर 2020 को अर्धरात्रोत्तर 12 बजकर 04 मिनट तक वज्र योग रहेगा। इसके उपरांत सिद्धि योग प्रारंभ हो जाएगा। आप भी जानिए इनमें जन्म लेनेवाले बच्चे आखिर कैसे होंगे!

वज्र योग
इसके स्वामी मंगल होते हैं. यही कारण है कि इस योग में जन्म लेनेवाले सेना, पुलिस, सिक्यूरिटी सर्विस आदि में जाते हैं. ज्योतिषाचार्य पंडित सोमेश परसाई बताते हैं कि ये जातक सबल होते हैं, इनका शरीर बहुत मजबूत होता है.

ये जातक अक्सर दूषित विचारधारा के कारण फ़ंस जाते हैं. इस योग में जन्म लेनेवाले पुरुष या महिला अपने से बहुत छोटी उम्र के महिला या पुरुषों से शारीरिक संबंध बनाते हैं. अप्राकृतिक मैथुन करते हैं और इसके लिए प्रताडित भी करते हैं. ऐसे लोग प्राय: कुकर्म कर बैठते हैं और अपनी घरेलू मान—मर्यादा खत्म कर देते हैं.

ऐसे जातक सामान्यत: हिंसक होते हैं. इनमें दूसरों के लिए जान न्यौछावर करने का गुण भी पाया जाता है. इस योग में पैदा होने वाले जातक चूंकि बलिष्ठ होते हैं इसलिए सुरक्षा आदि के लिए अपनी जान जोखिम में डालते देखे जाते हैं.