
जयपुर। विश्वकर्मा थाने में शनिवार को अलग ही नजारा दिखा। न हिरासत, न आरोपी, न ही खाकी का रौब। बल्कि सजा-धजा थाना कक्ष। वरमालाएं। दरअसल, आठ मार्च को थाने के हेड कांस्टेबल प्रकाशचंद की शादी की 25वीं वर्षगांठ थी। लेकिन व्यस्तता के कारण हेड कांस्टेबल सुबह से ही ड्यूटी पर तैनात रहे।
हेड कांस्टेबल प्रकाशचंद नजदीक ही हॉस्पिटल में चोरी की वारदात के सिलसिले में सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रहे थे। जैसे ही थानाप्रभारी राजेंद्र कुमार शर्मा को 25वीं वर्षगांठ की भनक लगी तो उन्होंने हेड कांस्टेबल और उनके परिजन को सरप्राइज देने के उद्देश्य से थाने में कार्यक्रम आयोजित करने की ठानी। साथियों की मदद से थाने में सजावट की गई।
एकाएक हेड कांस्टेबल को फोन कर थाने बुलवाया। उधर, थाने की गाड़ी भेज पत्नी और बच्चों को भी बुलवा लिया। थाने का बदला-बदला रूप देख हेड कांस्टेबल भी आश्चर्य में पड़ गया। लेकिन जैसे ही सच्चाई सामने आई तो वह भी भावुक हो गए।
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थाने मेें ही 25 साल पुराने दूल्हा-दुल्हन ने एक-दूसरे को वरमाला पहनाई। साथियों ने शुभकामनाएं दीं। इस दौरान पुलिस लाइन से आईं 30 महिलाओं ने भी कार्यक्रम में भाग लिया।
Updated on:
09 Mar 2025 08:07 am
Published on:
09 Mar 2025 08:06 am
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