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जयपुर में SNG ग्रुप का डायरेक्टर गिरफ्तार, प्रोजेक्ट के नाम पर कंपनी बनाकर की धोखाधड़ी, 81 फ्रॉड के मामले दर्ज

पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ ने बताया कि गिरधर कॉलोनी, सीकर रोड निवासी चंचल चौधरी ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उसने और अन्य भूखंडधारियों ने अपनी जमीन पर मल्टीस्टोरी बिल्डिंग बनाने के लिए सत्यनारायण गुप्ता के साथ मिलकर श्रीनाथ कृपा डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड नाम से एक कंपनी बनाई थी।

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जयपुर

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Arvind Rao

Sep 27, 2025

SNG Group director Satyanarayan Gupta arrested

SNG Group director Satyanarayan Gupta arrested

जयपुर: धोखाधड़ी कर शेयर अपने नाम ट्रांसफर कराने के मामले में विद्याधर नगर क्षेत्र के हिस्ट्रीशीटर एसएनजी ग्रुप के निदेशक सत्यनारायण गुप्ता को शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपी के खिलाफ जयपुर के विभिन्न थानों में 81 मामले दर्ज हैं।


पुलिस ने आरोपी को अदालत में पेश कर एक दिन के पुलिस रिमांड पर लिया है। पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ ने बताया कि गिरधर कॉलोनी, सीकर रोड निवासी चंचल चौधरी ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उसने और अन्य भूखंडधारियों ने अपनी जमीन पर मल्टीस्टोरी बिल्डिंग बनाने के लिए गुप्ता के साथ मिलकर श्रीनाथ कृपा डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड नाम से एक कंपनी बनाई थी।


इसमें सभी ने कंपनी के नाम जमीन बेची और प्रति वर्ग गज 10 शेयर लिए। कंपनी के कुल शेयरों में से 10 फीसदी गुप्ता को और शेष 90 फीसदी भूखंडधारियों को आवंटित किए गए।


विभिन्न थानों में 81 मामले दर्ज


आरोपी गुप्ता के खिलाफ विद्याधर नगर, अशोक नगर, भट्टा बस्ती, कोतवाली, माणक चौक, सिंधी कैंप, बनीपार्क, करधनी, बजाज नगर, सेज, चित्रकूट, भांकरोटा, हरमाड़ा, कालवाड़, विश्वकर्मा, मुरलीपुरा और सदर सहित कई थानों में 81 केस दर्ज हैं। इसके अलावा उसके खिलाफ सीबीआई में भी एक मामला दर्ज है। वहां पहले भी कई मामलों में गिरफ्तार हो चुका है।


शेयरधारकों के भरोसे का गलत फायदा उठाया


दो अन्य शेयरधारकों ने अपने हिस्से के 10 हजार 90 शेयर चंचल चौधरी को बेच दिए और इसके लिए एसएच-4 फॉर्म भी दे दिए। इन शेयरों को अपने नाम ट्रांसफर करवाने के लिए चंचल ने यह फॉर्म आरोपी गुप्ता को सौंप दिए।


लेकिन आरोपी ने इस भरोसे का गलत फायदा उठाते हुए खाली फॉर्म में हेराफेरी कर 2460 शेयर खुद के नाम ट्रांसफर कर लिए। आरोपी पिछले 15 वर्षों से सीए (चार्टर्ड अकाउंटेंसी) का कार्य भी कर रहा है, जिससे उसने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए धोखाधड़ी को अंजाम दिया।