नाटक की शुरुआत ‘इंटुक पिंटुक चिंटुक मिंटुक, सुन लो सारे मेरा इनपुट, बात पते की बतलाएं, काम देश के हम आएंÓ गीत से हुई। नुक्कड़ नाटक के माध्यम से लोगों को फेक न्यूज के बारे में बताया। कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति में लोगों को जागरूक किया। उन्होंने बताया कि सुनी-सुनाई बातों पर आंख बंद करके विश्वास नहीं करना चाहिए। सोशल मीडिया पर फेक न्यूज फैलाई जा रही है। लोग इन न्यूज को सही मानकर विश्वास भी कर लेते हैं। कलाकारों ने सोशल मीडिया के फायदे और नुकसान को बताया। नुक्कड़ नाटक के माध्यम से बताया कि दो लोग आपस में अपने दोस्त राजू की बात कर रहे थे। अभी राजू को कहीं जाते हुए देखा। दूसरे व्यक्ति ने कहा कि राजू के साथ कोई व्यक्ति था, जो उसे यह कहकर साथ ले गया कि वह टॉफी दिलाएगा। तभी पहले व्यक्ति ने कहा कि अरे, मैंने टीवी में देखा था कि ऐसे अजनबी लोग टॉफी के बहाने बच्चों को ले जाते हैं, कहीं अपने राजू का भी तो किडनैप नहीं हो रहा? फिर एकाएक अफवाह फैल जाती है कि राजू को कोई किडनैप करके ले जा रहा है।
सोशल मीडिया पर भ्रामक प्रचार को समझें
दूसरे नुक्कड़ नाटक में ‘बेवकूफ पर ***** बनाए जा रहे हैंÓ में भी कलाकारों ने लोगों को फेक न्यूज से बचने का संदेश दिया। सोशल मीडिया पर भ्रामक प्रचार-प्रसार हो रहा है उसे समझें। कलाकारों ने इसे भी उदाहरण देते हुए बताया कि पहले भारत में नोटबंदी हुई। हर सोशल मीडिया पर आया कि दो हजार के नोट में चिप लगी होगी। लेकिन नोट में चिप नहीं थी। विज्ञापनों के माध्यम से भी झूठे प्रचार प्रसार किए जा रहे हैं। इन झूठे प्रचार-प्रसार करोगे तो इंटरनेट काम में लोगे जिससे कंपनियों को ही फायदा होगा। अंत में दर्शकों ने सोच-समझकर मतदान करने और फेक न्यूज से दूर रहने की शपथ ली।
कलाकारों ने नुक्कड़ नाटकों के माध्यम से लोगों से अधिक से अधिक मतदान करने की अपील की। साथ ही बताया कि मतदान नागरिकों का अधिकार है। अपने अधिकार को सोच-समझ कर उपयोग करें और सही उम्मीदवार को वोट दें।
मनोज कुमार योगी, राजलक्ष्मी, किशन, मुकुल सोनी, अमित स्वामी और दुर्गा सिंह