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एसएमएस अस्पताल में चल रही है लपकागिरी, मरीजों को दिलवाते है बाहर ले जाकर प्राइवेट दुकानों से दवाईयां, ऐसे आया सच सामने..

राजस्थान के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल एसएमएस में लपकों का गिरोह है।

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राजस्थान के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल एसएमएस में लपकों का गिरोह है। अस्पताल में मरीजों को गुमराह कर प्राइवेट दुकानों तक ले जाने वाले लपकों ने अब सुरक्षा कर्मचारियों से भी भिड़ना शुरू कर दिया है। कल तीन लपके अस्पताल में घुस आए और मरीजों से पर्चियां छीनकर उन्हें बाहर की दुकानों पर ले जाने लगे।

पीड़ित सुरक्षा कर्मी संजय तोमर ने बताया कि 15 जुलाई को सुबह करीब 9:30 बजे यह वारदात हुई। तीन लपकों ने ओपीडी में मरीजों की पर्चियां छीनना शुरू कर दिया। जब गार्डों ने उन्हें रोका और कहा कि मरीजों को गुमराह मत करो तो वे हमलावर हो गए। संजय तोमर ने बताया कि आरोपियों ने उनके साथी सुरक्षा कर्मी अमरपाल को पकड़कर जमकर पीटा, उनके कपड़े फाड़ दिए और ईंटें भी फेंकी। इससे अफरा-तफरी मच गई।

घटना डीसी नंबर-11 के पास हुई। तोमर ने इस संबंध में मुकदमा दर्ज कराया है। थानाधिकारी बलबीर सिंह का कहना है कि वह उस समय भरतपुर गए हुए थे और मामले की जानकारी नहीं थी। पुलिस मामले की जांच कर रहीं है। एसएमएस अस्पताल के अधीक्षक डॉक्टर सुशील भाटी ने कहा कि अस्पताल में रोजाना हजारों मरीज आते हैं। लपकों की यह समस्या लंबे समय से बनी हुई है। हम अक्सर पुलिस की मदद से इन्हें पकड़वाते हैं, लेकिन इतने बड़े अस्पताल में हर जगह निगरानी कर पाना संभव नहीं हो पाता।

बता दें कि एसएमएस अस्पताल में लपकों का संगठित गिरोह काम करता है। ये गिरोह मरीजों को बहला-फुसलाकर बाहर की मेडिकल दुकानों पर ले जाते हैं। दुकानदारों से इन्हें मोटा कमीशन मिलता है। यही वजह है कि लपके लगातार सक्रिय रहते हैं और रोकने पर हमलावर हो जाते हैं।