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खान ढहने से दो मजदूरों की दर्दनाक मौत, 3 घंटे में निकाले क्षत-विक्षत अवस्था शव

घाटा की पहाड़ी में खनन के दौरान खान ढहने से शुक्रवार सुबह दो मजदूरों की मौत हो गई। हादसे में ट्रैक्टर-ट्रॉली के टुकड़े हो गए और पत्थर गिरने से शव क्षत-विक्षत अवस्था में निकाले। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंपा।

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Two workers died in mine collapse in bassi jaipur

बस्सी/कानोता। ग्राम पंचायत घाटा की पहाड़ी में खनन के दौरान खान ढहने से शुक्रवार सुबह दो मजदूरों की मौत हो गई। हादसे में ट्रैक्टर-ट्रॉली के टुकड़े हो गए और पत्थर गिरने से शव क्षत-विक्षत अवस्था में निकाले। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंपा। कानोता पुलिस के अनुसार शुक्रवार सुबह खान में मजदूर ट्रैक्टर-ट्रॉली में पत्थर भर रहे थे। सुबह करीब 10 बजे अचानक करीब 200 फीट ऊपर से पत्थर गिरने से एक ट्रैक्टर ट्रॉली व पत्थर भर रहे मानोता निवासी राकेश मीना (35) व घाटी निवासी रामकरण मीना (38) दब गए। खान में पत्थर उखाड़ रहे मजदूरों की सूचना पर कई लोग एकत्रित हो गए।

सूचना पर कानोता, बस्सी थाना पुलिस और सिविल डिफेंस की टीम मौके पर पहुंची और एलएनटी व जेसीबी से पत्थर व मलबा हटाकर ट्रैक्टर-ट्रॉली व शवों को निकालने का काम शुरू कर दिया। उपखण्ड अधिकारी शिवचरण शर्मा एवं सहायक पुलिस आयुक्त फूलचंद मीना के निर्देशन में दो एलएनटी व चार जेसीबी से पत्थर व मलबा हटाने में करीब 3 घंटे लगे। उसके बाद करीब 1 बजे ट्रैक्टर-ट्रॉली की छतरी दिखाई दी। इसके बाद क्षतविक्षत अवस्था में शव निकाले। हादसे के बाद ग्रामीणों की भीड़ लगी रही। मजदूरों के परिजन 50-50 लाख रुपए के मुआवजे व सरकारी नौकरी दिलाने की मांग कर रहे थे। वहीं खान चलाने वाले खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की।

सबसे पहले ट्रैक्टर-ट्रॉली की छतरी दिखाई दी
एलएनटी जब पत्थरों व मलबे को हटा रह थी तो सबसे ट्रैक्टर की छतरी दिखाई दी। इसके बाद जब थोड़े पत्थर व मलबा और हटाया। इसके बाद ट्रैक्टर के टायर व पुर्जो के टुकड़े निकाले। करीब डेढ़ बजे घाटी निवासी रामकरण मीना का शव क्षत-विक्षत अवस्था में निकाला। इसके करीब एक घंटे बाद घाटा निवासी मानोता निवासी राकेश मीना भी क्षत विक्षत अवस्था में भी निकाला गया।

200 फीट ऊपर से नीचे गिरे हजारों टन पत्थर
खान में करीब 200 फीट की ऊंचाई से हजारों टन पत्थर एक साथ धमाके के साथ नीचे गिरे तो काफी दूर तक धमाके की आवाज सुनाई दी। लोगों का कहना था कि खान में पहले ब्लास्टिंग होने से पहाड़ी में खान के हिस्से में दरारें चल रही थी। शुक्रवार सुबह करीब 10 बजे यह खान ध्वस्त हो गई। खान में पत्थर उखाड़ने वाले मजदूरों ने सैकड़ों फीट लम्बे रस्से लटका रखे थे। मजदूर इन रस्सों से पहाड़ी पर चढ़कर ब्लास्टिंग के लिए हॉल कर उनमें बारूद भरते है। इसके बाद ब्लास्टिंग कर पत्थर उखाड़ते हैं। इस खान में एक हिस्सा तो ढह गया, लेकिन खान के पूर्वी हिस्से में भी ऊपर की तरफ दरार आई हुई है। यह हिस्सा कभी भी ढह सकता है।