
अनूठा महायज्ञ: फोटो पत्रिका
बर्फ की सिल्लियों के बीच ठंडे-ठंडे पानी में विराजकर आराधना करने का ये वीडियो जयपुर का है.. जहां गर्मी और सूखे की मार से राहत के लिए एक महायज्ञ का आयोजन किया गया। इस यज्ञ में संत-महात्माओं और ब्राह्मणों ने भाग लिया। खास बात ये रही कि ये यज्ञ जल साधना के साथ किया गया, यानी सभी आचार्य, संत और ब्राह्मण पानी में बैठकर मंत्रोच्चार और आहुतियां दे रहे थे। यह यज्ञ शुक्ल यजुर्वेद और सामवेद के मंत्रों से किया गया, जिसका मकसद इंद्रदेव को प्रसन्न करना और अच्छी बारिश की कामना करना है।
आयोजकों के अनुसार, जब सूर्य रोहिणी नक्षत्र में होता है, तब नौतपा का समय चलता है, और इस समय सूर्य देव के साथ-साथ इंद्र और वरुण देव की आराधना अत्यंत फलदायी मानी जाती है। इस महायज्ञ में घी, अनाज और अन्य प्राकृतिक सामग्री की आहुतियां दी गईं, ताकि वातावरण शुद्ध हो और वर्षा के योग बने। आयोजकों का दावा है कि पिछले वर्ष भी इसी तरह का यज्ञ हुआ था, जिसके बाद पूरे देश में अच्छी बारिश देखने को मिली थी।
यज्ञ का मुख्य उद्देश्य केवल मौसम को प्रभावित करना नहीं, बल्कि पर्यावरण संतुलन, खाद्यान्न उत्पादन और देश में समृद्धि की कामना भी रहा। यज्ञ के आखिर में विशेष रूप से "इंद्राय स्वाहा, वरुणाय स्वाहा" जैसे मंत्रों के साथ आहुतियां दी गईं। इस आयोजन को लेकर श्रद्धालुओं में खासा उत्साह देखा गया।
Updated on:
28 May 2025 09:08 pm
Published on:
28 May 2025 09:07 pm
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