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बंद रास्तों की यह “अजीब चाबी”, 50 दिन में खोल डाले 400 बंद “ताले”, जानें इस “चाबी” के बारे में

Unlocking Roads Campaign: ऐसे रास्तों को खुलवाने के लिए जयपुर के जिला कलक्टर ने एक अनोखा अभियान शुरू किया है। या यूं भी कहें कि एक "अजीब चाबी" से बंद रास्तों में लगे ताले खोले जाने लगे हैं। उनका यह अभियान अब असर आने लगा है।

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जयपुर

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Rajesh Dixit

Jan 06, 2025

Unlocking Roads Campaign in jaipur

जयपुर। राजस्थान के एक जिले में एक अनोखा अभियान चल रहा है। इस अभियान में उस रास्तों को फोकस किया जाता है, जो बंद हैं। इससे आमजन परेशान हैं। इन रास्तों को खुलवाने के लिए पिछले लम्बे समय से प्रयास किए जा रहे हैं। लेकिन यह आम रास्ते किसी ने किसी विवादों के चलते बंद हैं। इससे राहगीर तो परेशान रहते ही हैं, साथ ही कई बार झगड़े की भी नौबत आ जाती है। ऐसे रास्तों को खुलवाने के लिए जयपुर के जिला कलक्टर ने एक अनोखा अभियान शुरू किया है। या यूं भी कहें कि एक "अजीब चाबी" से बंद रास्तों में लगे ताले खोले जाने लगे हैं। उनका यह अभियान अब असर आने लगा है। पिछले पचास दिन की ही बात की जाए तो अब तक जयपुर जिले के बंद 400 रास्ते बंद से आम हो गए हैं।

रास्ता खोलो अभियान अब बना राहत का दूसरा नाम

रास्ता खोलो अभियान अब आमजन के लिए राहत का दूसरा नाम बन गया है। अभियान के तहत जिला प्रशासन ने समझाइश एवं सहमति से महज 50 दिनों में गांवों, खेतों और ढाणियों के बरसों से बंद पड़े 400 रास्ते खुलवाने में कामयाबी हासिल की है।
अतिरिक्त जिला कलक्टर एवं अभियान की नोडल अधिकारी सुमन पंवार बतातीं हैं कि विगत एक सप्ताह में जयपुर जिले के समस्त तहसीलों में बरसों से बंद 47 रास्ते खुलवाए गए। जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी रास्ता खोलो अभियान के सफल क्रियान्वयन एवं अधिक से अधिक आमजन को लाभांवित करने के लिए स्वयं अभियान की लगातार मॉनिटरिंग कर रहे हैं।

15 नवम्बर से शुरू हुआ था अभियान

रास्ता खोलो अभियान के तहत 15 नवंबर 2024 से 3 जनवरी 2025 तक जयपुर तहसील में 4 रास्ते, कालवाड़ तहसील में 8 रास्ते, आमेर तहसील में 24 रास्ते, जमवारामगढ़ तहसील में 14 रास्ते, आंधी तहसील में 24 रास्ते, बस्सी तहसील में 15 रास्ते, तूंगा तहसील में 10 रास्ते खुलवाए गए। शाहपुरा तहसील में 22 रास्ते, जोबनेर तहसील में 25 रास्ते, किशनगढ़-रेनवाल तहसील में 21 रास्ते, फुलेरा तहसील में 21 रास्ते, रामपुरा-डाबड़ी तहसील में 15 रास्ते, जालसू तहसील में 14 रास्ते, चौमूं तहसील में 27 रास्ते, सांगानेर तहसील में 14 रास्ते खुलवाए गए।
चाकसू तहसील में 19 रास्ते, कोटखावदा तहसील में 14 रास्ते, माधोराजपुरा तहसील में 22 रास्ते, दूदू तहसील में 21 रास्ते, मौजमाबाद तहसील में 24 रास्ते एवं फागी तहसील में 42 रास्ते खुलवाए गए।

केवल रास्ते ही नहीं खोले बल्कि सीसी रोड तक बनना भी शुरू

जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने अधिकारियों को रास्ता खोलो अभियान के तहत बंद रास्ते खुलवाए जाने के पश्चात खोले गए रास्तों पर ग्रेवेल, सी.सी. रोड़ बनवाए जाने की प्रक्रिया जारी है। अधिकांश स्थानों पर ग्रेवल रोड बनना भी शुरू हो गया है। वहीं, जिन रास्तों के वाद न्यायालय में विचाराधीन है परिवादियों द्वारा संबंधित न्यायालय से ही अनुतोष प्राप्त किया जाएगा।

इसलिए शुरू किया गया यह अभियान

ग्रामीण क्षेत्रों में रास्तों की भूमि पर अतिक्रमण को लेकर जनसुनवाई के दौरान बड़ी संख्या में परिवाद प्राप्त होते हैं। रास्तों को लेकर न्यायालय में भी वाद दायर किए जाते रहते हैं। ऐसे प्रकरणों में निरन्तर बढ़ोतरी होने से आमजन को न्यायालय के चक्कर लगाने एवं जन-धन की हानि होने के साथ-साथ क्षेत्र की कानून व्यवस्था भी प्रभावित होती है। इसलिए प्रशासन ने रास्ते सम्बन्धी समस्याओं के निराकरण के लिए ‘रास्ता खोलो अभियान’ चलाने का निर्णय लिया गया।