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RoW100: Global Tex Changemakers: दुनिया के टॉप सौ टेक चेंजमेकर्स में अप्रमेय राधाकृष्ण

अंतरराष्ट्रीय गैर-लाभकारी पत्रकारिता संगठन रेस्ट ऑफ वर्ल्ड द्वारा शीर्ष 100 सबसे प्रभावशाली तकनीकी नेताओं में कू एप के सह-संस्थापक अप्रमेय राधाकृष्ण को मान्यता दी है। कू एप को वास्तविक दुनिया की समस्या को हल करने वाले एक अभिनव और जबर्दस्त समाधान के रूप में मान्यता दी गई है।

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RoW100: Global Tex Changemakers: दुनिया के टॉप सौ टेक चेंजमेकर्स में अप्रमेय राधाकृष्ण

RoW100: Global Tex Changemakers: दुनिया के टॉप सौ टेक चेंजमेकर्स में अप्रमेय राधाकृष्ण

अंतरराष्ट्रीय गैर-लाभकारी पत्रकारिता संगठन रेस्ट ऑफ वर्ल्ड द्वारा शीर्ष 100 सबसे प्रभावशाली तकनीकी नेताओं में कू एप के सह-संस्थापक अप्रमेय राधाकृष्ण को मान्यता दी है। कू एप को वास्तविक दुनिया की समस्या को हल करने वाले एक अभिनव और जबर्दस्त समाधान के रूप में मान्यता दी गई है। भारत में जहां सिर्फ 10 प्रतिशत लोग अंग्रेजी बोलते हैं, कू एप को इंटरनेट यूजर्स को सशक्त बनाने के लिए निर्मित किया गया था ताकि वे स्थानीय भाषाओं में खुद को व्यक्त करें और अपने स्थानीय समुदायों को खोजने के साथ बातचीत कर सकें। राधाकृष्ण भारत के एकमात्र उद्यमी हैं जिन्हें ग्लोबल टेक्स चेंजमेकर्स की ‘संस्कृति और सोशल मीडिया' श्रेणी में शामिल किया गया है। ग्लोबल टेक्स चेंजमेकर्स पश्चिमी देशों के बाहर सक्रिय उद्यमियों, इनोवेटर्स और निवेशकों को आगे लाता है, जिनका उत्कृष्ट योगदान दुनिया भर में समुदायों को बदल रहा है।
राधाकृष्ण ने कहा, हम ग्लोबल टेक्स चेंजमेकर्स के बीच शामिल किए जाने पर उत्साहित हैं, जो अनोखे और सफल समाधानों के माध्यम से लाखों लोगों का जीवन बदलने वाले दुनियाभर के सबसे शानदार उद्यमियों और दूरदर्शी लोगों को पेश करता है। रेस्ट ऑफ वर्ल्ड जैसे प्रतिष्ठित संगठन द्वारा मान्यता दिया जाना वास्तव में हमारे लिए एक सम्मान की बात है। हमने भाषा-आधारित माइक्रो-ब्लॉगिंग में एक अंतर पाया और एक ऐसा समाधान तैयार किया, जो एक बेहतर और बहु-भाषा का व्यापक अनुभव प्रदान करता है। स्थानीय भाषाओं में आत्म-अभिव्यक्ति की जरूरत भारत के लिए कोई अनोखी बात नहीं है, बल्कि एक वैश्विक चुनौती है, क्योंकि दुनिया के 80 फीसदी लोग अंग्रेजी के अलावा कोई अन्य भाषा बोलते हैं। हमारा समाधान विश्व स्तर पर ले जाने वाला और दुनिया भर के बाजारों के लिए प्रासंगिक है। हम स्वतंत्र इंटरनेट पर भाषा के अंतर को पाटने, भाषाई संस्कृतियों के लोगों को जोड़ने और अपने भारत में निर्मित उत्पाद को दुनिया के बाकी हिस्सों में ले जाने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।