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Sukhdev Singh Murder: सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या के विरोध प्रदर्शन पर यूपी के इस मंत्री ने कह डाली ये बड़ी बात

Sukhdev Singh Murder: अपराध के मामलों में शांति प्रिय राजस्थान को उत्तर प्रदेश बना दिया... जबकि उत्तर प्रदेश शांति प्रिय बन गया। उत्तर प्रदेश सरकार में राज्य मंत्री ठाकुर रघुराज सिंह ने मानसरोवर मेट्रो मास हॉस्पिटल के बाहर श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या के विरोध में दिए जा रहे धरना स्थल पर बुधवार को यह बात कही।

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जयपुर

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Kirti Verma

Dec 07, 2023

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Sukhdev Singh Murder: अपराध के मामलों में शांति प्रिय राजस्थान को उत्तर प्रदेश बना दिया... जबकि उत्तर प्रदेश शांति प्रिय बन गया। उत्तर प्रदेश सरकार में राज्य मंत्री ठाकुर रघुराज सिंह ने मानसरोवर मेट्रो मास हॉस्पिटल के बाहर श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या के विरोध में दिए जा रहे धरना स्थल पर बुधवार को यह बात कही। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में गत पांच वर्ष में योगी सरकार ने बदमाशों का सफाया कर दिया। इस अवधि में राजस्थान में अपराधी बेखौफ होकर वारदात कर रहे हैं। राजस्थान में अपराध चरम पर पहुंच गया। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में अपराधियों के लिए दो ही जगह है...पहली ऊपर जाओ... वहीं दूसरी जेल में बंद हो जाओ।

धरना दे रहे समर्थकों के बीच में पूर्व विधायक राजेन्द्र राठौड़, राजेन्द्र गुढ़ा, गिर्राज सिंह मलिंगा, पोकरण विधायक प्रतापपुरी, सिवाना विधायक हमीर सिंह, शिव विधायक रवीन्द्र सिंह भाटी, सादुलपुर विधायक मनोज न्यांगली, हवामहल विधायक स्वामी बालमुकुंद आचार्य, समाजसेवी मेघराज सिंह सहित अजीत मामडोली, महिपाल मकराना, करण राठौड़, मंजीत पाल सिंह सहित अन्य कई गणमान्य लोग पहुंचे। इनमें कई नेता सहमति पत्र वार्ता में भी शामिल हुए। विधायक गोपाल शर्मा ने एसएमएस अस्पताल पहुंचकर घायलों के उपचार के संबंध में जानकारी ली।

छुट्टी से बुलाया दिनेश एमएन को
एडीजी दिनेश एमएन, आइपीएस करण शर्मा,एडिशनल एसपी संजीव भटनागर, विद्या प्रकाश व रामसिंह शेखावत सहित अन्य पुलिसकर्मी शामिल हैं। एसआइटी में शामिल अधिकांश पुलिस अधिकारी आनंदपाल एनकाउंटर टीम में शामिल थे, जिनके पास राजस्थान के गैंगस्टर और अन्य राज्यों के गैंगस्टरों के संबंध में महत्पूर्ण जानकारी है। डीजीपी उमेश मिश्रा ने मामले की गंभीरता देखते हुए अवकाश पर गए आइपीएस दिनेश एमएन को एसआइटी का नेतृत्व करने के लिए वापस बुला लिया। वहीं कमिश्नरेट पुलिस की मदद के लिए एसओजी व पीएचक्यू क्राइम ब्रांच की टीम को भी लगाया है।

दिल्ली से भी रिपोर्ट करवाने की नसीहत
गोगामेड़ी हत्या के बाद दूसरे दिन तक शूटर्स के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज नहीं करवाई गई। संघर्ष समिति ने उनकी मांगों पर सहमति नहीं बनने तक रिपोर्ट दर्ज नहीं करवाने का निणर्य लिया था। रिपोर्ट दर्ज नहीं होने पर सोशल मीडिया के कई प्लेटफॉर्म पर बदमाशों की पहचान से संबंधित जानकारी पुलिस को उपलब्ध नहीं हो रही थी। घटना को भी कई घंटे हो जाने पर भी कानूनी प्रक्रिया मेें देरी होने पर समाज के गणमान्य नागरिकों से वार्ता की गई। सूत्रों के मुताबिक केन्द्र सरकार से भी बुधवार को प्रकरण में रिपोर्ट दर्ज करवाने की नसीहत दी गई ताकि शूटर्स के खिलाफ सभी तरह की कानूनी कार्रवाई की जा सके।

जहां सुरक्षा मांगी वहीं हत्या का मामला दर्ज
गोगामेड़ी को कई बार धमकियां मिल चुकी थी। गत वर्ष भी विदेश के नंबर से मोबाइल पर जान से मारने की धमकी मिली थी। इस संबंध में गोगामेड़ी ने श्याम नगर थाने में सुरक्षा को लेकर मामला दर्ज करवाया था। उनकी मृत्यु के बाद अब श्याम नगर थाने में गोगामेड़ी की हत्या का मामला उनकी पत्नी ने दर्ज करवाया है।

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ऑटो से निकले आरोपी
पुलिस को अजमेर रोड पर हेमराज को गोली मार लूटी गई स्कूटी लावारिस मिली है। पुलिस ने सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली तो सामने आया कि वैशाली नगर स्थित चांदबिहारी नगर निवासी शूटर रोहित सिंह राठौड़ व हरियाणा के महेन्द्रगढ़ निवासी नितिन फौजी डीसीएम से ऑटो से 200 फीट एक्सप्रेस हाईवे चौराहा पर पहुंचे। वहां से कहां गए, इसकी जानकारी नहीं लग सकी। पुलिस टीमें जयपुर, नागौर व हरियाणा में उनकी तलाश में संदिग्ध ठिकानों पर दबिश दे रही है।


मदद के बहाने गए
दोनों शूटर नवीन सिंह के जरिए गोगामेड़ी से एक स्कूल का नियमितीकरण करवाने में मदद करने के बहाने उनके पास गए थे। समाज के कुछ गणमान्य लोगों ने गोगामेड़ी से मुलाकात करवाने की नवीन ने सिफारिश करवाई थी। वे एक आइएएस अफसर का मोबाइल नंबर भी साथ लेकर गए थे, जिससे गोगामेड़ी की उससे बात करवाने का झांसा दिया था।

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