23 दिसंबर 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

जयपुर जंक्शन की बजाय इस रेलवे स्टेशन से दौड़ेगी वंदेभारत ट्रेन!

राजधानी को जल्द ही दो और वंदेभारत ट्रेन की सौगात मिलने वाली है। इनका संचालन जयपुर जंक्शन से नहीं दुर्गापुरा व खातीपुरा स्टेशन से हो सकता है।

2 min read
Google source verification

जयपुर

image

Kirti Verma

Aug 18, 2023

photo_6267185531108571050_x.jpg

जयपुर. देवेंद्र राठौड़। राजधानी को जल्द ही दो और वंदेभारत ट्रेन की सौगात मिलने वाली है। इनका संचालन जयपुर जंक्शन से नहीं दुर्गापुरा व खातीपुरा स्टेशन से हो सकता है। जयपुर से इंदौर के बीच संचालित वंदेभारत का ट्रायल भी जल्द शुरू होने वाला है। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि जयपुर से उदयपुर के बीच वंदेभारत संभवत: आठ से दस दिन में शुरू हो सकती है। इसकी रैक उदयपुर पहुंच चुकी है और उसका ट्रायल रन भी हो चुका है। इतना ही नहीं, बुधवार से इस ट्रेन का संचालन करने वाले लोको पायलट, गार्ड, टीटीई समेत अन्य स्टाफ की उदयपुर में ट्रेनिंग भी शुरू हो चुकी है। खातीपुरा प्रदेश का पहला सैटेलाइट स्टेशन बनकर तैयार है। यहां से एक्सप्रेस, मेल व सुपरफास्ट ट्रेनों का संचालन होना है। इसके अलावा जयपुर से इंदौर के बीच भी वंदेभारत ट्रेन की तैयारी चल रही है। उसे भी जयपुर जंक्शन की बजाय दुर्गापुरा रेलवे स्टेशन से चलाए जाने की तैयारी चल रही है।

यह भी पढ़ें : राजस्थान को मिला तीसरी वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन का तोहफा, जानें किन शहरों के बीच दौड़ेगी

इसलिए जयपुर जंक्शन से शुरू नहीं होगी
रेलवे अधिकारियों का कहना है कि जयपुर जंक्शन पर रूटीन के अलावा लगातार बढ़ रहे यात्रीभार के कारण स्पेशल ट्रेनें दौड़ाई जा रही हैं। इससे जंक्शन पर ट्रैफिक काफी बढ़ रहा है। साथ ही 13 सितम्बर तक जंक्शन पर तकनीकी कार्य भी होगा। इसके कारण कई ट्रेनें जंक्शन नहीं जाएंगी। यह देखते हुए दोनों वंदेभारत ट्रेन के स्टेशन में बदलाव की तैयारी चल रही है।

यह भी पढ़ें : बुर्जुग दम्पती की सिर पर वारकर हत्या, करता था लाखों का लेनदेन

मिलेगी राहत, पर्यटन को लगेंगे पंख
उदयपुर व इंदौर के लिए राजधानी से रोजाना हजारों लोगों की आवाजाही होती है। इनमें पर्यटकों की संख्या अधिक होती है। इसलिए ये दोनों ट्रेनें उपयोगी साबित होंगी। दोनों वंदेभारत में 8-8 कोच होंगे। इनमें 500 से ज्यादा यात्री सफर कर पाएंगे। सफर के दौरान यात्री स्थानीय स्वादिष्ट व्यंजनों का भी लुत्फ उठा सकेंगे।