
Vasundha Raje Dev Darshan Yatra 2021
जयपुर।
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे एक बार फिर धार्मिक यात्रा के ज़रिए अपनी सियासी ताकत का अहसास करवाने जा रही हैं। दरअसल, राजे आज से तीन दिवसीय 'देव दर्शन' यात्रा की शुरुआत करने जा रही हैं, जिसके तहत वे उदयपुर और अजमेर संभाग के विभिन्न मंदिरों में जाकर धोक लगाएंगी। पूर्व मुख्यमंत्री की इस बार की धार्मिक यात्रा का आगाज़ मेवाड़ के सांवलिया सेठ के दर्शनों के साथ होने जा रहा है।
फिर एक्टिव हुए राजे समर्थक नेता
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की धार्मिक यात्रा के साथ ही उनके समर्थित नेता फिर से सक्रीय हो गए हैं। इनमें ज़्यादातर वो नेता हैं जो राजे सरकार के दौरान मंत्री और विधायक रहे हैं। राजे समर्थित नेताओं में राजपाल सिंह शेखावत, प्रताप सिंह सिंघवी, प्रहलाद गूंजल, भवानी सिंह राजावत, अशोक परनामी सरीखे नेता शामिल हैं।
निकाले जा रहे कई सियासी मायने
राजे की इस यात्रा को भले ही देव-दर्शन और धार्मिक नाम से प्रचारित किया जा रहा है, लेकिन राजनीतिक जानकार मानते हैं कि पूर्व सीएम इस यात्रा के ज़रिये पार्टी नेतृत्व को एक बार फिर अपनी सियासी ताकत का अहसास करवाने जा रही हैं। गौरतलब है कि प्रदेश में वर्ष 2023 के विधानसभा चुनाव में अब ज़्यादा वक्त नहीं। ऐसे में राजे और उनके समर्थित कुनबे का सक्रीय होना इसी सन्दर्भ में जोड़कर देखा जा रहा है।
बार-बार उभर रही गुटबाज़ी!
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह की प्रदेश संगठन में एकजुटता बनाये रखने के बार-बार दी जा रही नसीहतों का कोई असर होता नहीं दिख रहा है। वसुंधरा राजे गुट और सतीश पूनिया गुट के बीच अंदरखाने की 'रार' चरम पर पहुंची हुई है। खासतौर से आगामी चुनाव में मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित किये जाने को लेकर दोनों गुटों के बीच गतिरोध बरकरार है।
ऐसे चलेगा 'दर्शनों' का सिलसिला
मिली जानकारी के अनुसार पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा आज चित्तौड़गढ़ के सांवलिया जी मंदिर से अपनी यात्रा की शुरुआत करेंगी। इसके बाद 25 नवम्बर तक वे बांसवाड़ा के त्रिपुरा सुंदरी मंदिर, नाथद्वारा स्थित श्रीनाथ जी मंदिर, उदयपुर के एकलिंग जी और चारभुजा मंदिर में दर्शन करेंगी। इस दौरान वे जगह-जगह रखी गई सभाओं को भी संबोधित करेंगी।
उपचुनाव में 'गायब', अब सक्रीय !
मेवाड़ के ही वल्लभनगर और धरियावद विधानसभा क्षेत्रों में हाल ही में हुए उपचुनाव के लिए वसुंधरा राजे को 'स्टार प्रचारक' बनाया गया था। लेकिन उसके बावजूद भी वे प्रचार एवं जनसम्पर्क अभियान में शामिल नहीं हुईं थीं। हालांकि उन्होंने इसके पीछे अपनी पुत्रवधु के बिगड़ी स्वास्थ्य का हवाला दिया था। लेकिन अब मेवाड़ की उसी धरती से वे 'देव दर्शन' यात्रा का आगाज़ करने जा रहीं हैं, लिहाज़ा पार्टी के अंदरखाने विरोधी खेमा कई तरह के सवाल उठा रहा है।
कटारिया की यात्रा से दूरी
बताया जा रहा है कि नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया को इस संबंध में जानकारी तक नहीं दी गई है। कटारिया ने पिछले दिनों राजे का नाम लेकर उन पर पिछले उपचुनावों से नदारद रहने के आरोप लगा चुके हैं। अब राजे उन्हीं के गढ़ में अपनी पैठ और ताकत दिखाएंगी।
आज बांसवाड़ा भी जाएंगी राजे
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे आज बांसवाड़ा मेंदोपहर 2 बजे पूर्व मंत्री स्व जीतमल खांट के निवास पर पहुचेंगी, जहां वे शोक सभा में शामिल होंगी और शोक संतप्त परिवार से मिलकर उन्हें ढांढस बँधायेंगी। इसके बाद वे पूर्व मंत्री भवानी जोशी के घर भी जाएंगी, जहां वे जोशी के भाई के निधन पर शोक संवेदनाएं प्रकट करेंगी। इन सबके बाद उनका आज शाम को ही मां त्रिपुरा सुंदरी में दर्शन करने का भी कार्यक्रम है।
Updated on:
23 Nov 2021 06:05 pm
Published on:
23 Nov 2021 09:58 am
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