हाल ही में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) और कई जिलों में सीएमएचओ कार्यालयों की ओर से लैब टेक्नीशियन पदों पर भर्तियां निकाली गईं, लेकिन पंजीकरण न होने के कारण इन योग्य उम्मीदवारों का आवेदन तक स्वीकार नहीं किया गया। इससे युवाओं में भारी नाराजगी है।
पंजीकरण के लिए छात्र पिछले कई हफ्तों से चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के दफ्तरों के चक्कर काट रहे हैं। कई बार राजस्थान पैरामेडिकल काउंसिल से संपर्क करने पर भी सिर्फ यह कहा जा रहा है कि “प्रक्रिया जल्द शुरू की जाएगी”, लेकिन न तो कोई तारीख दी जा रही है और न ही कोई ठोस दिशा-निर्देश।
इस अनदेखी के कारण न केवल छात्रों का समय और मेहनत व्यर्थ जा रही है, बल्कि मानसिक तनाव भी बढ़ रहा है। छात्र मांग कर रहे हैं कि सरकार और काउंसिल तत्काल पंजीकरण प्रक्रिया शुरू करे ताकि वे आगे की भर्तियों में भाग लेकर अपने करियर को नई दिशा दे सकें।