26 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

बीसलपुर में जलसंग्राम… बूंद-बूंद से भरता सागर, कहीं उम्मीदों पर पानी न फिर जाए! जानें कारण

जयपुर समेत 4 शहरों की लाइफलाइन बीसलपुर डेम में अब पानी की आवक महज बूंद- बूंद हो रही है। जिस रफ्तार से दक्षिण पश्चिमी मानसून इस बार राजस्थान में आया और उसके बाद भारी बारिश से डेम में हुई बंपर पानी की आवक ने जुलाई में ही डेम के छलकने की उम्मीदें जगाई।

2 min read
Google source verification
बीसलपुर डेम पर निगरानी के लिए लगा स्काडा सिस्टम, पत्रिका फोटो

बीसलपुर डेम पर निगरानी के लिए लगा स्काडा सिस्टम, पत्रिका फोटो

जयपुर समेत 4 शहरों की लाइफलाइन बीसलपुर डेम में अब पानी की आवक महज बूंद- बूंद हो रही है। जिस रफ्तार से दक्षिण पश्चिमी मानसून इस बार राजस्थान में आया और उसके बाद भारी बारिश से डेम में हुई बंपर पानी की आवक ने जुलाई में ही डेम के छलकने की उम्मीदें जगाई। वहीं मानसून की बेरुखी के कारण अब सिर्फ निराशा ही हाथ लग रही है। हालांकि अभी प्रदेश में मानसून सीजन के दिन शेष हैं जिसके चलते बीसलपुर डेम के ओवरफ्लो होने की उम्मीदें ​भी फिलहाल कायम हैं।

24 घंटे में एक सेमी बढ़ा जलस्तर

बीसलपुर डेम में ​इस सीजन में जिस रफ्तार से पानी की आवक का आगाज हुआ ठीक उसी गति से अब पानी की आवक भी धीमी हो गई है। बीते 24 घंटे में डेम के जलस्तर में सिर्फ एक सेंटीमीटर की ही बढ़ोतरी हो सकी हैं हालांकि कैचमेंट एरिया में अब डेम के पूर्ण भराव क्षमता का 71.31 फीसदी पानी स्टोर है लेकिन अब भी बांध फुल कैपेसिटी 315.50 आरएल मीटर से 1.60 मीटर दूर है।

स्काडा- कंट्रोल रूम के आंकड़ों में अंतर

जल संसाधन विभाग ने बीसलपुर डेम पर पानी की आवक की निगरानी के लिए कंट्रोल रूम बनाया है। वहीं डेम में पानी की स्काडा सिस्टम से भी 24 घंटे निगरानी हो रही है। शुक्रवार सुबह कंट्रोल रूम पर डेम का जलस्तर 313.90 आरएल मीटर बताया गया जबकि स्काडा सिस्टम डेम का वाटर गेज 313.92 आरएल मीटर प्रदर्शित कर रहा है।

ओवरफ्लो की सावन पर टिकी आस

भीलवाड़ा और चित्तौड़गढ़ जिले में मानसून की सुस्ती के कारण खारी, डाई, मेनाली और बनास नदी में पानी का बहाव अब कम हो गया है। हालांकि शुक्रवार सुबह बनास नदी में पानी का बहाव 2.70 मीटर पर है जिसके कारण बीसलपुर बांध में पानी की आवक धीमी गति से हो रही है। वहीं जल संसाधन विभाग के अधिकारियों ने अब सावन मास में भारी बारिश के एक दो और दौर चलने पर डेम ओवरफ्लो होने की उम्मीद जताई है।

निर्माण के बाद डेम अब तक सात बार ओवरफ्लो

2004 में निर्माण के बाद पहली बार गेट खुले
2006 में दूसरी बार छलका बांध
2014 में तीसरी बार खोले गए गेट
2016 में भी बांध के खुले गेट
2019 में बांध के 17 गेट खोले
2022 में भी छलका बांध
2024 में सातवीं बार छलका डेम