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Weather Report : पश्चिमी विक्षोभ से 30 अप्रेल तक बारिश और ओले का Yellow Alert,अलनीनो ने बदली मौसम की चाल

Weather Report : पश्चिमी विक्षोभ के कारण मार्च की तरह अप्रेल में भी गर्मी का एहसास नहीं हो पाया है। अगले दो दिनों तक बारिश और ओले के कारण मौसम सुहाना बने रहने की संभावना है।

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weather report : पश्चिमी विक्षोभ के कारण मार्च की तरह अप्रेल में भी गर्मी का एहसास नहीं हो पाया है। अगले दो दिनों तक बारिश और ओले के कारण मौसम सुहाना बने रहने की संभावना है। शुक्रवार से पूरे प्रदेश में हल्की बारिश और बूंदाबांदी का माहौल है। कई जगह तेज हवाएं चलने के कारण धूलभरी आंधी भी चलेगी। मई के पहले सप्ताह में भी मौसम ठंडक भरा रहेगा। इसके बाद ही मौसम में परिवर्तन होगा।

अजमेर में दिनभर धूप और गर्माहट के बाद गुरुवार शाम को मौसम पलटा। प्रदेश के कई शहरों में बादल छाए रहे। गुरुवार सुबह की ठंडक धूप निकलते ही गायब हो गई। शाम 4 बजे बाद मौसम में बदलाव हुआ। जयपुर रोड, माकड़वाली रोड, शास्त्री नगर, लोहागल, घूघरा, पंचशील, नाका मदार सहित कई इलाकों में तेज हवाओं संग धूल उड़ी। बादलों ने आसमान पर डेरा जमा लिया।

यह भी पढ़ें : अगले 2-3 घंटे में बारिश के साथ गिरेंगे ओले, मौसम विभाग ने जारी किया Alert

मौसम विभाग के जयपुर केंद्र ने बताया है कि जैसलमेर, जोधपुर, नागौर, उदयपुर, प्रतापगढ़, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, सीकर, झुञ्झुनु, जयपुर, दौसा, अलवर, भरतपुर, धौलपुर, सवाई माधोपुर, बूंदी, कोटा, बारां, झालावाड़ जिलों और आसपास के क्षेत्रों मे कहीं-कहीं पर मेघगर्जन,आकाशीय बिजली ,हल्की वर्षा और 30 से 40 किलोमीटर की गति से हवाएं चलेंगी।

इसके साथ ही नागौर, चूरु, जालौर, सिरोही, उदयपुर, प्रतापगढ़, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, सीकर, झुञ्झुनु, जयपुर, दौसा, अलवर, भरतपुर, धौलपुर, बूंदी, कोटा, बारां, झालावाड़ जिलों और आसपास के क्षेत्रों मे कहीं-कहीं पर मेघगर्जन,आकाशीय बिजली ,हल्की वर्षा और 30 से 40 किलोमीटर की गति से हवाएं चलने की पूरी संभावना है।

अगले तीन घंटे में चूरु, जालौर, सिरोही, बाड़मेर, उदयपुर, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, सीकर, झुञ्झुनु, बूंदी, कोटा जिलों और आसपास के क्षेत्रों में मेघगर्जन,आकाशीय बिजली ,हल्की वर्षा और 30 से 40 किलोमीटर की गति से हवाएं चलने की पूरी संभावना है।

अलनीनो प्रभाव

मौसम विज्ञानियों के अनुसार अल नीनो प्रभाव के कारण इस बार मई-जून में गर्मी ज्यादा पड़ेगी। इससे दक्षिण-पश्चिम मानसून पर भी असर पड़ सकता है। लू और सूरज की तपन का असर जनजीवन पर पड़ सकता है।