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विश्व ब्रेन ट्यूमर दिवस: समय पर ब्रेन ट्यूमर का मालुम चल जाए तो बच सकता है जीवन

वर्तमान समय में ब्रेन ट्यूमर तेजी से बढ़ रहा है, ये एक ऐसी बीमारी है, जिसका नाम सुनते ही आमजन के मन में डर बैठ जाता है।

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जयपुर। वर्तमान समय में ब्रेन ट्यूमर तेजी से बढ़ रहा है, ये एक ऐसी बीमारी है, जिसका नाम सुनते ही आमजन के मन में डर बैठ जाता है। मणिपाल हॉस्पिटल के न्यूरो सर्जन सर्जन डॉ शंकर बासंदानी ने बताया कि अगर समय पर ब्रेन ट्यूमर का पता लग जाए तो इसका पूरी तरह से इलाज करवाया जा सकता है। आजकल ब्रेन ट्यूमर के उपचार के लिए कई विकल्प मौजूद है। इसके अलावा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का प्रयोग इसके इलाज में किया जाने लगा है ।

डॉ बासंदानी ने बताया कि भारत देश में हर साल ब्रेन ट्यूमर के करीब 28 हजार मामले सामने आते है। अधिकांश मामलों में मरीजों की मौत हो जाती है। क्योंकि इन मरीजों को देरी से मालुम चलता है कि वह ब्रेन ट्यूमर की बीमारी से ग्रसित है। ऐसे में इलाज में देरी होने से मौत हो जाती है। लेकिन अगर समय रहते ब्रेन ट्यूमर का मालुम चल जाए तो सफल इलाज संभव है।

नारायणा हॉस्पिटल के न्यूरोसर्जन डॉ सुरेंद्र सिंह धायल ने बताया कि ब्रेन ट्यूमर के कारणों का एग्जेक्ट तौर पर पता अब तक नहीं लगाया जा सका है। माना जाता है कि या तो परिवार दर परिवार यह बीमारी होती है। या फिर रेडियेशन वाले इलाके में काम करने वालों को यह बीमारी होती है।

मस्तिष्क में होने वाला ट्यूमर अत्यंत घातक बीमारी है। यदि सही समय पर इसका इलाज न किया जाए तो यह बीमारी जानलेवा साबित हो सकती है। मनुष्य के मस्तिष्क में कोशिकाओं और ऊतकों की गांठ बन जाती है और यह ब्रेन ट्यूमर कहलाती है। हालांकि ब्रेन ट्यूमर किसी को भी किसी भी उम्र में हो सकता है परंतु यदि किसी के परिवार में पहले से ब्रेन ट्यूमर का इतिहास है तो उन्हें यह बीमारी होने की संभावना अधिक बढ़ जाती है। वही यह समस्या वृद्ध लोगों में अधिकतर देखने को मिलती है। भारत में ब्रेन ट्यूमर की समस्या को लेकर एक रिपोर्ट के मुताबिक यह ट्यूमर 10 वीं सबसे आम बीमारी बताई गई है। ब्रेन ट्यूमर से निदान की संख्या की सालाना दर बहुत अधिक नहीं है परंतु इसकी मृत्यु दर अभी भी चिंता का विषय बनी हुई है। ब्रेन ट्यूमर का इलाज अत्यंत कठिन है परंतु यदि समय पर इसका इलाज शुरू किया जाए तो काफी हद तक नियंत्रण पाया जा सकता है। ब्रेन ट्यूमर जैसी गंभीर समस्या के प्रति लोगों में जागरूकता उत्पन्न हो सके, इसलिए विश्व भर में 8 जून को विश्व ब्रेन दिवस यानी वर्ल्ड ब्रेन टयूमर डे मनाया जाता है। इस लेख में हम ब्रेन ट्यूमर के लक्षण, इलाज और सावधानियों के बारे में जानने का प्रयास करेंगे।

ब्रेन ट्यूमर के वह मरीज, जो जी रहे अब सफल जीवन..

मुझे सिरदर्द होता था। डॉक्टर को दिखाया तो मालुम चला की मेरे ब्रेन ट्यूमर है। मैं कक्षा आठ में पढ़ता हूं। मम्मी पापा ने हौसला दिलाया। अब तक मेरे दो आपरेशन हो चुके है। पहले से अब बहुत आराम है।

प्रज्ञान चौधरी, राजावास, जयपुर

मेरी उम्र 70 से ज्यादा है। साल 2016 में मुझे ब्रेन ट्यूमर का मालुम चला। इससे पहले सिर दर्द होता था। एक दिन अचानक तेज दर्द के साथ बेहोश हो गई। डॉक्टर ने जांच कराने के बाद ब्रेन ट्यूमर बताया। फिर आपरेशन किया। अब दवाईयां चल रही है। पहले से अब बहुत फायदा है।

कविता वरधानी, जयपुर

ब्रेन ट्यूमर के लक्षण

ब्रेन ट्यूमर के लक्षण पर ध्यान देना अत्यंत आवश्यक है क्योंकि अधिकतर समस्याएं इसी लापरवाही के चलते बढ़ती हैं और देरी होने पर सफल उपचार भी नहीं मिल पाता। ब्रेन ट्यूमर के मुख्य लक्षण सिर में दर्द बना रहना, उल्टी और मतली की समस्या होना, ढंग से नींद ना आने की समस्या, आंखों से धुंधला दिखाई देना, दूर की नजर का कमजोर होना, याददाश्त कमजोर होना, चलते-चलते अचानक लड़खड़ा जाना, मांसपेशियों में ऐंठन है, इन लक्षणों पर ध्यान देते हुए समय पर डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए, तभी जाकर इन लक्षणों का स्पष्ट कारण पता लग सकेगा।

ब्रेन ट्यूमर से बचाव के लिए जीवनशैली..

ब्रेन ट्यूमर से बचाव के लिए एक स्वस्थ जीवन शैली अपनाना अत्यंत महत्वपूर्ण है। जिसमें नियमित योगाभ्यास, भरपूर नींद, स्वास्थ्य आहार के साथ धूम्रपान व शराब से दूरी बनाकर आप एक स्वस्थ जीवन शैली का आनंद ले सकते हैं।