script3 डिब्बा, 13 टीटी और आधे मिनट में सीटें फुल | 3 boxes, 13 TT and seats full in half a minute | Patrika News

3 डिब्बा, 13 टीटी और आधे मिनट में सीटें फुल

locationजैसलमेरPublished: May 13, 2021 08:05:47 am

Submitted by:

Deepak Vyas

– 18 से 44 वर्ष के वैक्सीनेशन के रजिस्ट्रेशन में हो रही परेशानी- टीका लगाने वालों की संख्या अधिक, ऑनलाइन सिस्टम नहीं आ रहा रास- ग्रामीण क्षेत्रों के लोग हो रहे सर्वाधिक परेशान

3 डिब्बा, 13 टीटी और आधे मिनट में सीटें फुल

3 डिब्बा, 13 टीटी और आधे मिनट में सीटें फुल

पोकरण. रेल में लम्बे सफर के दौरान सीट बुक करवाने के लिए आरक्षण की व्यवस्था होती है। सीजन के दौरान आरक्षण कुछ ही मिनटों में पूरा हो जाता है। जिसके कारण यात्रियों को सीट बुक करवाने में खासी परेशानी होती है। कुछ ऐसे ही हालात इन दिनों वैक्सीनेशन केे दौरान देखने को मिल रहे है। सरकार की ओर से 18 से 44 वर्ष के लिए वैक्सीनेशन शुरू कर दिया गया है तथा जैसलमेर जिले में भी तीन जगहों पर वैक्सीन लगाई जा रही है, लेकिन इसके लिए पंजीयन की प्रक्रिया में लोगों को खासा पसीना बहाना पड़ रहा है। प्रतिदिन नाममात्र की वैक्सीन उपलब्ध करवाई जाती है, लेकिन वैक्सीन लगवाने वालों की संख्या अधिक होने के कारण कुछ ही सैैकंड में डोज बुक हो जाती है। ऐसे में हालात तीन डिब्बा, 13 टीटी वाली हो गई है। जिसके कारण गत चार दिनों से लोग परेशान होते नजर आ रहे है। पंजीयन की प्रक्रिया का सरलीकरण नहीं होने के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में निवास कर रहे लोग अभी तक वैक्सीनेशन से वंचित नजर आ रहे है। गौरतलब है कि देशभर में कोरोना संक्रमण की महामारी चल रही है। महामारी से बचाव को लेकर सरकार की ओर से वैक्सीन लगवाई जा रही है। 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोग किसी भी वैक्सीनेशन सैंटर पर जाकर बिना किसी पूर्व पंजीयन के टीकाकरण करवा सकते है, लेकिन 18 से 44 वर्ष की आयुवर्ग के लोगों को ऑनलाइन वैक्सीन बुक करवाने के बाद ही लगाई जा रही है।
यह है प्रक्रिया
18 से 44 वर्ष की आयुवर्ग के लोगों को टीकाकरण के लिए कोविन की वेबसाइट पर जाकर पंजीयन करना होता है। पंजीयन करने के बाद टीकाकरण करवाने की दिनांक व समय निर्धारित करना पड़ता है। जिसके लिए चिकित्सा विभाग की ओर से वैक्सीन आवंटित की जाती है। जितनी वैक्सीन आवंटित होती है, उतने लोग ही उस दिन टीका लगवा सकते है। वैक्सीन आवंटित होने के बाद लोगों को अपने नजदीकी वैक्सीनेशन सैंटर का चयन कर वहां दिनांक व समय के साथ अपना पंजीयन पूर्ण करना होता है। जिसके बाद वह सैंटर पर जाकर टीकाकरण करवा सकता है।
यह हो रही परेशानी
जैसलमेर जिले में चार वैक्सीनेशन सैैंटर बनाए गए है। जिसके अंतर्गत जैसलमेर शहर में तीन व पोकरण कस्बे में एक जगह पर सैंटर स्थापित किया गया है। जैसलमेर शहर के लिए रात सात, आठ व नौ बजे वैक्सीन बुक करवाने की प्रक्रिया होती है तथा पोकरण कस्बे में आठ बजे प्रक्रिया की जाती है। इन सैंटर पर 200 से 300 जनों के प्रतिदिन टीकाकरण किया जाता है। जबकि टीकाकरण करवाने लोगों की संख्या अधिक है। ऐसे में वैक्सीन आवंटित होते ही लोग अपना पंजीयन करवाने वेबसाइट पर उमड़ पड़ते है। आवंटित वैक्सीन मात्र कुछ ही सैकंड में बुक हो जाती है।
30 सैकंड में बुक हो जाती है वैक्सीन
नाममात्र की वैक्सीन आवंटित करने के बाद जब व्यक्ति अपने टीकाकरण के पंजीयन के लिए प्रयास करता है, तब तक सभी वैक्सीन बुक हो जाती है। एक साथ सैंकड़ों लोग अपने टीकाकरण के लिए बुकिंग का प्रयास करते है। गत तीन दिनों से रात के समय वैक्सीन आवंटित होने के बाद मात्र 30 सैकंड में बुकिंग समाप्त हो जाती है।
ग्रामीण हो रहे परेशान
ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों में जागरुकता की कमी तथा ऑनलाइन प्रक्रिया के कारण ग्रामीण टीकाकरण को लेकर परेशान होते नजर आ रहे है। दूर दराज ढाणियों में निवास कर रहे लोग ऑनलाइन प्रक्रिया पूर्ण नहीं कर पा रहे है। जिसके कारण उन्हें परेशानी हो रही है।
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