प्रशासन और पुलिस के लिए भी चुनौती बना सम का समर
– राजनीतिक कारणों से अतिसंवेदनशील क्षेत्र में तब्दील हुआ इलाका- कांग्रेस के दो धड़ों में जीत के लिए कशमकश
प्रशासन और पुलिस के लिए भी चुनौती बना सम का समर
जैसलमेर. पंचायतीराज चुनावों के अंतिम चरण में शनिवार को जिले की सम पंचायत समिति में जिला परिषद और समिति सदस्यों के लिए होने वाला चुनाव राजनीतिक कारणों के चलते सबसे चर्चित होने के साथ प्रशासन और पुलिस महकमे के लिए भी चुनौतीपूर्ण बन गया है। इस क्षेत्र में विशेषकर सम तथा उससे लगते हलके में कांग्रेस के दो धड़ों के आमने-सामने डटे होने के चलते कानून व शांति व्यवस्था भंग होने का खतरा भी उत्पन्न हो गया है। पिछले दिनों में प्रचार व जनसम्पर्क के दौरान समर्थकों के आपसी वाद-विवाद की बानगियां देखने में आ चुकी हैं। मतदान के दिन यह टकराव का रूप न ले ले, इसके लिए प्रशासन व पुलिस को बड़े पैमाने पर इंतजाम करने होंगे।
16 पंचायत क्षेत्र संवेदनशील
44 ग्राम पंचायतों वाले सम समिति क्षेत्र में पुलिस ने 16 पंचायतों को संवेदनशील मानते हुए वहां अतिरिक्त जाब्ता तैनात करने का फैसला किया है। समिति क्षेत्र में कुल 65 हजार 783 मतदाता हैं। जिनमें 35 हजार 399 पुरुष व 30 हजार 383 महिला मतदाता है। संवेदनशील पंचायतों में राघवा, रामगढ़, तनोट, कुछड़ी, सियाम्बर, सम, सगरों की बस्ती, तुर्के की बस्ती, बीदा, लूणार, दबड़ी, धनाना, बलीदाद की बस्ती, बैरसियाला, फलेड़ी और कनोई शामिल हैं। समिति क्षेत्र में निर्वाचन विभाग ने 96 मतदान केन्द्र स्थापित किए हैं। प्रत्येक में चार सुरक्षाकर्मी तैनात किए जाएंगे। वहीं संवेदनशील केन्द्रों पर पांच का अतिरिक्त जाब्ता होगा। जिनमें दो के पास राइफलें होंगी।
वर्चस्व की लड़ाई
समिति के सम इलाके में इस बार कांग्रेस केबिनेट मंत्री शाले मोहम्मद और विधायक रूपाराम मेघवाल के दो गुटों में साफ तौर पर बंट गई है। जिला परिषद के वार्ड नं. 2 तथा 3 के लिए मतदान भी होना है। वार्ड नं. 4 पर पहले ही कांग्रेस प्रत्याशी निर्विरोध निर्वाचित हो चुकी हैं। वार्ड नं. 3 से पूर्व जिला प्रमुख और विधायक पुत्री अंजना मेघवाल कांग्रेस की टिकट पर है, उनके सामने फकीर परिवार का समर्थन प्राप्त सहजो निर्दलीय चुनाव लड़ रही हैं। ऐसे ही समिति के वार्ड नं. 7 पर कांग्रेस के जानबखां और फकीर परिवार के सदस्य पूर्व प्रधान अमरदीन फकीर की टक्कर चर्चाओं के केन्द्र में है। दोनों पक्ष किसी भी सूरत में इन क्षेत्रों में पराजित होना नहीं चाहते, यही वजह है कि संबंधित मतदान केंद्रों पर शांति व्यवस्था कायम रखना अब चुनौतीपूर्ण हो गया है।
शांति से करवाएंगे चुनाव
सम समिति क्षेत्र में चुनाव शांतिपूर्वक ढंग से करवाने के लिए प्रशासन व पुलिस की ओर से सभी जरूरी बंदोबस्त किए जाएंगे। किसी भी तरह की गड़बड़ी करने वालों से सख्ती से निपटा जाएगा।
– आशीष मोदी, जिला निर्वाचन अधिकारी (कलक्टर), जैसलमेर।
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