प्रधानमंत्री ने किया था शिलान्यास
गत वर्ष जुलाई के आखिर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य के सीकर शहर से वर्चुअल तौर पर अन्य कई विकास कार्यों के साथ जैसलमेर के रामगढ़ मार्ग पर बनने वाले मेडिकल कॉलेज का शिलान्यास किया था। - पहले चरण में मेडिकल कॉलेज और दूसरे में यहां 345 बेड की क्षमता वाला जिला चिकित्सालय बनाया जाना है। इसके साथ ही आखिरकार जैसलमेर में मेडिकल कॉलेज की स्थापना का सपना साकार होने की दिशा में आगे बढ़ा। – केंद्र सरकार ने साल 2019 में राजस्थान सरकार की अनुशंषा पर जैसलमेर में मेडिकल कॉलेज की स्थापना करने की घोषणा की थी।
- घोषणा के बाद ही जैसलमेर में रामगढ़ मार्ग पर यूआइटी की ओर से 55 बीघा जमीन का आवंटन किया गया था।
- कोरोना महामारी का दौर शुरू होने से यह बड़ा प्रोजेक्ट थम सा गया। कोरोना का दौर बीतने के बाद भी कई कारणों से मेडिकल कॉलेज व अस्पताल निर्माण कार्य शुरू होने में देरी हुई।
- राज्य सरकार की एजेंसी राजस्थान राज्य सडक़ विकास एवं निर्माण निगम लि. आरएसआरडीसी की जैसलमेर यूनिट की तरफ से यह कार्य करवाया जा रहा है।
- कुल 325 करोड़ के इस प्रोजेक्ट में केंद्र और राज्य की हिस्सेदारी क्रमश:60 व 40 प्रतिशत की होगी।
- मेडिकल कॉलेज के पहले चरण में 47975 वर्गमीटर में निर्माण करवाया जा रहा है व 345 बेड का अस्पताल 35419 वर्गमीटर में निर्माण होगा।
- मेडिकल कॉलेज में शैक्षणिक ब्लॉकए छात्र व छात्राओं के लिए हॉस्टल, रेजिडेंट हॉस्टल व मेस ब्लॉक बनेंगे। सहायक आचार्य, आचार्य और गैरशैक्षणिक स्टाफ के निवास, खेल का मैदान व अन्य कार्य भी करवाए जाएंगे।
- 345 बेड का अस्पताल भूतल से तीसरी मंजिल तक होगा, जिसमें भूतल पर ऑथो, सर्जिकल, आइईएनटी, स्किन व पीएसवाईए पलमोनरी ओपीडीए सेंट्रल लैब, मेडिकल ओपीडी, फार्मेसी स्टोरेज, ब्लड बैंक रेडियोलॉजी तथा 30 बेड वाला इमरजेंसी वार्ड बनाया जाएगा। प्रथम तल पर 50 बेड ऑर्थो, 40 बेड सर्जरी, 90 बेड मेडिसिन, 10-10 बेड एमईडी, पीएसवाई, डर्मा, आई, ईएनटी व पलमोनरी के लिए लगाए जाएंगे। दूसरे तल पर ओटी कॉम्पलेक्स, 5 फैकल्टी कक्ष, 15 बेड का आईसीयूए 16 बेड का सर्जरी वार्ड व मेडिकल रिकॉर्ड सेक्सन एवं प्रशासनिक कक्षए मोर्चरी, किचन, बीएमडब्ल्यू व लॉन्ड्री होगी।
अभी यह है हालत - जैसलमेर के जिला अस्पताल में लम्बे समय से नेत्र विशेषज्ञ, पैथोलॉजिस्ट, रेडियोलॉजिस्ट और मानसिक रोग विशेषज्ञ आदि के पद रिक्त ही चल रहे हैं। इसके अलावा नेफ्रोलॉजिस्ट, न्यूरोलॉजिस्ट, कॉर्डियोलॉजिस्ट आदि की सेवाएं नए मेडिकल कॉलेज के अस्तित्व में आने के बाद ही नए अस्पताल में संभव हो पाएगी।
गतिपूर्वक करवाए जा रहे कार्य - जैसलमेर में मेडिकल कॉलेज का निर्माण आगामी वर्ष 31 मार्च तक पूरा हो जाएगा। ऐसे ही निर्माणाधीन अस्पताल का निर्माण अगले वर्ष मई-जून तक पूरा होने की उम्मीद है। उसके बाद शेष कार्य हाथ में लिए जाएंगे।
- महेन्द्र सोलंकी, परियोजना निदेशक, आरएसआरडीसी, जैसलमेर