मामला करवाया दर्ज
पुलिस के अनुसार उत्तरप्रदेश के नैनीप्रयाग निवासी घनश्याम मिश्रा पुत्र लालजी मिश्रा ने रिपोर्ट पेश कर बताया कि वह एलएंडटी कंपनी में सीनियर मैनेजर ऑपरेशन के पद पर पोकरण में कार्यरत है। उनकी कंपनी की ओर से जोधपुर-जैसलमेर रेलवे विद्युतीकरण का कार्य किया जा रहा है और इस कार्य पर कई मजदूर भी कार्य करते है। मार्च-अप्रेल 2024 में इलाहबाद के बनपूरवा निवासी सुरेन्द्रकुमार पटेल पुत्र रामश्रय पटेल उनके प्रोजेक्ट पर लेबर गैंग लीडर बनकर मैसर्स मुथु लक्ष्मी के मार्फत लेबर लेकर आया। लेबर कंपनी का भुगतान उनकी कंपनी की ओर से कर दिया गया था। 10-15 दिन पूर्व सुरेन्द्रकुमार लाठी गांव में कार्यस्थल पर आया और इंजीनियर दीपेन्द्र ठाकुर को धमकी देकर स्टोर बंद करवा दिया। उसने लेबर का भुगतान नहीं होने पर काम बंद करने का कहा। इस तरह उसने तीन-चार बार आकर स्टोर बंद करवाया। उनकी ओर से उसे बताया गया कि कंपनी का उसके साथ कोई एग्रीमेंट नहीं है और मुथु कंपनी को लेबर का कार्य दिया गया था, तब वह चला गया। सोमवार को सुबह करीब साढ़े 10 बजे सुरेन्द्रकुमार अपने सात अन्य साथियों के साथ जैसलमेर रोड स्थित उनके गेस्ट हाऊस पर आया और आते ही प्रोजेक्ट मैनेजर तमिलनाडु के कोलाईमेंडु निवासी गांधी सुंदरेर्शन पुत्र सुंदरेशन के साथ मारपीट करने लगा एवं घसीटते हुए जबरदस्ती उठाकर अपनी बोलेरो गाड़ी में डाल दिया। तब वह व एडमिन उम्मेदकुमार दोनों भागकर गए और गांधी सुंदरेशन को नीचे उतारने का प्रयास किया व अपहरण का कारण पूछा। आरोपी सुरेन्द्रकुमार, मोहितकुमार, सुमितकुमार, संदीप, रविसिंह, शैलेषकुमार, नरेन्द्रकुमार, आशीष कुमार कंपनी का भुगतान बकाया होने का कहकर प्रोजेक्ट मैनेजर गांधी सुंदरेशन का अपहरण कर भाग गए और उसे व एडमिन उम्मेदकुमार को भी जान से मारने की धमकियां दी। जब उसने गांधी को फोन किया तो उसने बताया कि अपहरणकर्ता उसे नागौर होकर उत्तरप्रदेश ले जाने की बात कह रहे है। इसके बाद में अपहरणकर्ताओं ने उसका फोन छीनकर बंद कर दिया। रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की।
किया मौका मुआयना, अलग-अलग टीमें गठित
घटना की सूचना पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गोपालसिंह भाटी व वृताधिकारी भवानीसिंह राठौड़ ने घटनास्थल का मौका मुआयना किया। इसके साथ ही कंपनी के अधिकारियों से घटना की जानकारी ली और उच्चाधिकारियों को अवगत करवाया। पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी की ओर से वृताधिकारी भवानीसिंह के नेतृत्व में पोकरण थानाधिकारी राजूराम विश्नोई, हेड कांस्टेबल नारायणसिंह, कांस्टेबल सुखराम, मांगीलाल, डीसीआरबी के हेड कांस्टेबल भीमरावसिंह, नागौर जिले के सदर थानाधिकारी अजयकुमार, कांस्टेबल सुरेन्द्र काला, हरिकृष्ण, सुरपालिया थानाधिकारी अमरसिंह, रोल थानाधिकारी हरिकृष्ण तंवर, नागौर कोतवाली के हेड कांस्टेबल प्रेमाराम के नेतृत्व में टीमों का गठन किया गया। पुलिस अधीक्षक चौधरी ने वारदात का पर्दाफाश कर आरोपियों को गिरफ्तार करने के निर्देश दिए।
चार घंटे में सभी आरोपी गिरफ्तार
पुलिस की ओर से जिले भर में नाकाबंदी करवाई गई। साथ ही तकनीकी संसाधनों की सहायता एवं सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपियों की तलाश की गई। इस दौरान नागौर पुलिस से समन्वय स्थापित कर आरोपियों का लगातार पीछा किया। केवल चार घंटे में नागौर जिले के रोल थानांतर्गत हरिमा टोल नाके पर पुलिस ने अपह्रत गांधी सुंदरेशन को छुड़ाया। इस दौरान आरोपियों ने भागने का प्रयास किया। जिस पर कांस्टेबल सुरेन्द्र काला व हरिकृष्ण ने बहादुरीपूर्वक उनका पीछा कर दस्तयाब किया। पुलिस ने आरोपी उत्तरप्रदेश के इलाहबाद के चक गरीबदास बगिचा नैनी निवासी मोहितकुमार पुत्र श्यामबाबू, अकोड़ा करछना के गनुपुरवा सेमठी निवासी सुमितकुमार पुत्र मुंशीलाल, करछना निवासी संदीप पुत्र ब्रजेश, करछना के मजुवा निवासी रविसिंह पुत्र रामसिंह, बनपुरवा सेकरी निवासी शैलेषकुमार पुत्र इन्द्रजीत पटेल, सुरेन्द्रकुमार पुत्र रामाश्रम पटेल, नरेन्द्रकुमार पुत्र रामाश्रम पटेल व प्रयागराज जिले के कोछियारा थानांतर्गत बलगोना खुर्द निवासी आशीषकुमार पुत्र गिरीजेश पटेल को गिरफ्तार किया। साथ ही वारदात में प्रयुक्त बोलेरो निओन गाड़ी जब्त की।