26 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

भाजपा नेताओं के बयान पर कांग्रेस का पलटवार, लगाए संवेदनहीनता के आरोप

जैसलमेर जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष उम्मेदसिंह तंवर ने भाजपा नेताओं के हालिया बयानों को संवेदनहीन और गैरजिम्मेदार बताते हुए कड़ा विरोध दर्ज कराया है।

2 min read
Google source verification

जैसलमेर जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष उम्मेदसिंह तंवर ने भाजपा नेताओं के हालिया बयानों को संवेदनहीन और गैरजिम्मेदार बताते हुए कड़ा विरोध दर्ज कराया है। प्रेस विज्ञप्ति में तंवर ने कहा कि सड़क हादसों में हो रही लगातार मौतों को ग्रहों की दशा से जोड़ना दु:खी परिवारों के साथ अन्याय और वैज्ञानिक युग में अंधविश्वास फैलाने जैसा है।

तंवर ने कहा कि राजस्थान में पिछले एक माह में भीषण दुर्घटनाओं में 75 से अधिक लोगों ने जान गंवाई है। 14 अक्टूबर को जैसलमेर के बस अग्निकांड में मृतकों की संख्या 28 तक जा चुकी है। सिणधरी में हुए कार अग्निकांड में चार युवाओं की मौत, मतोड़ा में 15 महिलाओं और बच्चों की मृत्यु, जयपुर में डम्पर की चपेट में आए 14 लोग और धौलपुर में तीन व्यक्तियों की मौत जैसे घटनाक्रम प्रदेश में सड़क सुरक्षा की भयावह स्थिति दर्शाते हैं। उन्होंने कहा कि इन हादसों में मशीनों नहीं, बल्कि मानवीय लापरवाही और जिम्मेदारीहीन सिस्टम की भूमिका रही है। ऐसे समय जनप्रतिनिधियों से अपेक्षा होती है कि वे जवाबदेही तय कर सड़क सुरक्षा सुधार पर गंभीरता से बात करें।

मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग ने विभागीय चूक का ज़िक्र करने के बजाय इन घटनाओं को ग्रहों की दशा से जोड़कर पीड़ित परिवारों के घावों पर नमक छिड़कने जैसा कार्य किया है। जिला कांग्रेस के प्रवक्ता रुधदान झीबा ने बताया कि तंवर ने गर्ग के बयान को अवैज्ञानिक, संवेदनहीन और सार्वजनिक जिम्मेदारी से पलायन का प्रयास बताया है। तंवर के अनुसार वैज्ञानिक सोच अपनाकर सड़क हादसों पर ठोस उपाय सुझाना जनप्रतिनिधियों का दायित्व है, न कि अन्धविश्वास और भ्रम फैलाना।

इसी तरह बाड़मेर के भाजपा नेता स्वरुपसिंह खारा द्वारा अजरख पहनने को राजनीतिक टिप्पणी से जोड़ने पर भी कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने कड़ा विरोध जताया। तंवर ने कहा कि भारत विविधताओं वाला देश है, जहां खान-पान, पहनावा, भाषा और परंपराओं की अलग पहचान है। किसी भी सांस्कृतिक विरासत को संकीर्ण सोच से जोड़ना संविधान प्रदत्त स्वतंत्रताओं का अपमान है।

तंवर ने कहा कि अजरख पश्चिमी राजस्थान की सांस्कृतिक पहचान है, जिसे सम्मानपूर्वक गले में पहना जाता है।