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VIDEO: जैसलमेर में कांस्टेबल ने दिखाई बहादुरी, तेजाब से झुलसने के बावजूद बचाई युवक की जान

Rajastan News: जैसलमेर जिले के चांधन गांव में पुलिस चौकी प्रभारी, कांस्टेबल खीमसिंह भाटी ने साहस और कर्तव्यनिष्ठा का परिचय देते हुए एक व्यक्ति की जान बचाई।

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Constable bravery in Jaisalmer

फोटो- पत्रिका नेटवर्क

Rajastan News: जैसलमेर जिले के चांधन गांव में एक दिल दहला देने वाली घटना में पुलिस चौकी प्रभारी, कांस्टेबल खीमसिंह भाटी ने साहस और कर्तव्यनिष्ठा का परिचय देते हुए एक व्यक्ति की जान बचाई। इस प्रयास में कांस्टेबल की जान को भी खतरा हो सकता था, लेकिन उन्होंने तेजाब से झुलसने के बावजूद घायल व्यक्ति को समय पर अस्पताल पहुंचाकर उसकी जिंदगी बचा ली।

बता दें, यह घटना चांधन गांव की है, यहां एक व्यक्ति ने किसी विवाद के दौरान तेजाब पीकर आत्महत्या का प्रयास किया। सूचना मिलते ही चांधन पुलिस चौकी के प्रभारी कांस्टेबल खीमसिंह भाटी बिना देरी किए मौके पर पहुंचे। क्योंकि तेजाब पीने के बाद स्थिति गंभीर थी और उसकी हालत नाजुक थी।

बचाने के प्रयास में तेजाब से जले

घायल व्यक्ति को बचाने के प्रयास में तेजाब उनके दोनों हाथों और वर्दी पर गिर गया, जिससे वे भी गंभीर रूप से घायल हो गए। इसके बावजूद, खीमसिंह ने हिम्मत नहीं हारी। उन्होंने घायल व्यक्ति को तत्काल चांधन चिकित्सालय पहुंचाया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे जैसलमेर जिला अस्पताल में रेफर किया गया।

यहां देखें वीडियो-


वर्तमान में दोनों घायलों का जैसलमेर के अस्पताल में इलाज चल रहा है। चिकित्सकों की टीम उनकी स्थिति पर नजर रखे हुए है और उनका उपचार कर रही है। इस घटना के बाद कांस्टेबल खीमसिंह भाटी की बहादुरी और निःस्वार्थ सेवा की हर कोई तारीफ कर रहा है।

विधायक भाटी ने की तारीफ

इस काम के बाद बाड़ेमेर के शिव से विधायक रविंद्र सिंह भाटी ने कहा कि जैसलमेर के गांव चांधन की पुलिस चौकी प्रभारी, कॉन्स्टेबल खीम सिंह जी भाटी ने अपने असाधारण साहस और कर्तव्यनिष्ठा से न केवल एक अनमोल जीवन को बचाया, बल्कि समाज के लिए एक प्रेरणादायी उदाहरण भी स्थापित किया। जब एक व्यक्ति द्वारा तेज़ाब पीकर आत्महत्या का प्रयास करने की सूचना मिली, आपने तत्काल कार्रवाई की।

उन्होंने कहा कि अपनी जान की परवाह किए बिना वे घटनास्थल पर पहुँचे और उस व्यक्ति को बचाने में जुट गए। इस जोखिम भरे प्रयास में उनके दोनों हाथ और वर्दी तेज़ाब से बुरी तरह प्रभावित हुए, फिर भी उन्होंने हार नहीं मानी। उनकी त्वरित सूझबूझ और अटल साहस से घायल व्यक्ति को समय पर अस्पताल पहुँचाया गया, जिससे उसकी जान बच गई। उनकी वीरता, मानवता और कर्तव्य के प्रति समर्पण हर किसी के लिए प्रेरणा है। हम उनके इस असाधारण कार्य की हृदय से सराहना करते हैं और मैं ईश्वर से उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करता हूं।