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पोकरण में रावण दहन पर संशय, अभी तक नहीं मिली स्वीकृति

- आचार संहिता में कार्यादेश पड़ा खटाई में

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पोकरण में रावण दहन पर संशय, अभी तक नहीं मिली स्वीकृति

पोकरण में रावण दहन पर संशय, अभी तक नहीं मिली स्वीकृति

पाप पर पुण्य व बुराई पर अच्छाई की जीत का पर्व दशहरा आगामी 24 अक्टूबर को मनाया जाएगा, लेकिन इस बार पोकरण में रावण के दहन को लेकर संशय उत्पन्न हो गया है। हालांकि नगरपालिका की ओर से निविदा प्रक्रिया पूर्ण कर ली गई है, लेकिन आचार संहिता लग जाने के कारण कार्यादेश नहीं दे पाए है। गौरतलब है कि प्रतिवर्ष दशहरे का पर्व मनाया जाता है। साथ ही नगरपालिका की ओर से कस्बे के राउमावि में रावण दहन व आतिशबाजी की जाती है। जिस पर नगरपालिका की ओर से 4 से 5 लाख रुपए की राशि खर्च की जाती है। इस वर्ष भी दशहरे मेले को लेकर नगरपालिका की ओर से एक माह पूर्व कार्रवाई शुरू की गई थी। जिसके अंतर्गत निविदा प्रक्रिया पूर्ण कर ली गई, लेकिन कार्यादेश से पूर्व ही आचार संहिता लागू हो गई। ऐसे में कार्यादेश नहीं दे पाए।

जिला प्रशासन के पास अटकी फाइल

नगरपालिका सूत्रों के अनुसार रावण दहन के लिए निविदा प्रक्रिया पूर्ण कर ली गई थी और आचार संहिता लग जाने के कारण कार्यादेश के लिए फाइल जिला निर्वाचन अधिकारी एवं जिला कलक्टर को भिजवाई गई। जिसका अभी तक कोई जवाब नहीं मिला है। नवरात्र महोत्सव चल रहा है और दशहरे में केवल 4 दिन शेष रहे है। ऐसे में अभी तक कार्यादेश की स्वीकृति नहीं मिलने के कारण रावण दहन व आतिशबाजी को लेकर संशय बना हुआ है।

क्षेत्रवासी कर रहे इंतजार

पोकरण कस्बे के राउमावि मैदान में होने वाले रावण दहन के दौरान कस्बे के साथ ही आसपास ग्रामीण क्षेत्र से भी लोग यहां आते है। इस दौरान पूरा मैदान खचा-खच भीड़ से भर जाता है और दशहरे मेले का लुत्फ उठाते है। यहां होने वाली आतिशबाजी एवं रावण, कुंभकरण व मेघनाद के पुतलों के दहन आमजन को आकर्षित करते है। जबकि इस बार आचार संहिता के कारण संशय हो जाने से लोगों में भी निराशा नजर आ रही है।

अभी तक नहीं मिली स्वीकृति

रावण दहन व आतिशबाजी के लिए निविदा प्रक्रिया पूर्ण कर ली गई, लेकिन आचार संहिता के कारण कार्यादेश नहीं दिया जा सका। जिला निर्वाचन अधिकारी से स्वीकृति मांगी गई है, लेकिन अभी तक स्वीकृति प्राप्त नहीं हुई है।

- रामस्वरूप गुचिया, अधिशासी अधिकारी नगरपालिका, पोकरण