सामुदायिक सहयोग से मजबूत होगी सुरक्षा
प्रतापचंद दैया ने पड़ोसियों के बीच सहयोग और सतर्कता बढ़ाने पर जोर देते हुए कहा कि यदि पड़ोसी एक-दूसरे का ध्यान रखेंगे तो अपराधियों के लिए जगह नहीं बचेगी। यह सामूहिक जिम्मेदारी है। इसी तरह भरत श्रीमाली ने कहा कि संदिग्ध गतिविधियों को नजरअंदाज करने की बजाय तुरंत पुलिस को सूचित करने की जरूरत है। सतर्कता से बड़ी घटनाओं को रोका जा सकता है।
साइबर ठगी से बचाव पर विशेष चर्चा
सुनील गोयल ने साइबर ठगी के बढ़ते मामलों पर चिंता जताते हुए कहा कि ठगी के नए-नए तरीके आ रहे हैं। ऐसे में हमें जागरूक रहकर अपनी निजी जानकारी साझा करने से बचना चाहिए। साहिल महेचा ने कहा, साइबर अपराधियों से बचने के लिए डिजिटल लेन-देन में सावधानी और मजबूत पासवर्ड का उपयोग की जानी चाहिए।
पत्रिका रक्षा कवच’ अभियान से मिली प्रेरणा
कार्यक्रम के दौरान पत्रिका रक्षा कवच अभियान की सराहना की गई। परमजीत सिसोदिया ने कहा कि यह अभियान सामुदायिक सुरक्षा को बढ़ावा देने का उत्कृष्ट उदाहरण है। हमें इसे अपनी कॉलोनियों में अपनाना चाहिए। विनोद कुमार ने कहा कि सामूहिक प्रयासों से ही हम सुरक्षित समाज बना सकते हैं। नरेश कुमार और हीरालाल ने स्थानीय स्तर पर सतर्कता बढ़ाने और समुदाय में जागरुकता फैलाने के महत्व पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में मौजूद लोगों ने इस पहल की सराहना करते हुए शहर की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सामूहिक प्रयास करने का संकल्प लिया।