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जैसलमेर

आजादी के 75 वर्ष बाद भी मीठे पानी को तरसते काठोड़ी के बाशिंदे

सरहदी जैसलमेर जिले के काठोड़ी क्षेत्र के बाशिंदे आजादी के 75 वर्ष बीत जाने के बाद भी मीठे पानी को तरस रहे है। गांव में पीने की पानी की गंभीर समस्या है। ग्रामीणों का आरोप है कि यहां 12 महीनों में जिम्मेदारों की ओर से केवल तीन महीने ही पानी की पर्याप्त आपूर्ति की की जाती है, जबकि शेष माह बरसात के पानी से ही पूर्ति होती है।

जैसलमेरMay 30, 2024 / 08:46 pm

Deepak Vyas

jaisalmer news water
सरहदी जैसलमेर जिले के काठोड़ी क्षेत्र के बाशिंदे आजादी के 75 वर्ष बीत जाने के बाद भी मीठे पानी को तरस रहे है। गांव में पीने की पानी की गंभीर समस्या है। ग्रामीणों का आरोप है कि यहां 12 महीनों में जिम्मेदारों की ओर से केवल तीन महीने ही पानी की पर्याप्त आपूर्ति की की जाती है, जबकि शेष माह बरसात के पानी से ही पूर्ति होती है। क्षेत्रवासियों की यह भी पीड़ा है कि मौजूदा समय में गर्मी का तापमान जहां 48 डिग्री को छू गया है, वहां शहरों में तो सडक़ों पर पानी डालकर गर्मी से राहत पहुचाई जाती है, वहीं काठोडी गंाव में पीने योग्य पानी भी नहीं है। गुरुवार को ग्रामीरणों का धैर्य जवाब दे गया। ग्रामीणों ने जिला कलक्टर, विधायक व जलदाय विभाग के अधीक्षण अभियंता को ज्ञापन दिया। ज्ञापन में अवगत कराया कि ग्राम पंचायत के गांव काठोडी में पिछले एक माह से पानी की गंभीर किल्लत है। गांव में एक नलकूप से आपूर्ति की जाती है, जिसका पानी इतना खारा है कि वह पीने योग्य ही नहीं है। इस पानी का सेवन करने से स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर पडऩे की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता। ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम काठोड़ी में इसके अलावा पीने के पानी की कोई उचित व्यवस्था नहीं है। मौजूदा समय में पोहड़ा से खारे पानी की आपूर्ति चालू है, लेकिन वह भी नियमित नहीं है। ऐसे में में बने टांके में पीने का पानी नही है। गांव काठोडी में मीठे पानी की आपूर्ति नहीं होने के कारण यहां के लोगों को मीठे पानी का टेंकर मंगवाने पर लगभग एक टेंकर पानी का 1500 से 2000 रुपए देने पड़ते है।

पशुधन भी व्याकुल

यहां पशुओं के पीने के पानी की कोई व्यवस्था नहीं है। ग्रामीणों के अनुसार गांव में पशुधन भी बहुत ज्यादा होने तथा आबादी अधिक होने के कारण पानी की समस्या से प्रशासन को कई बार अवगत कराया गया है। ग्रामीणों की ओर से अवगत कराने पर एक दो से दिन तक गंाव में 1-2 पानी के टैंकर डालकर कर इतिश्री कर दी जाती है। ग्रामीणों ने काठोड़ी में मीठे पानी की आपूर्ति सुचारु करने की मांग की है। ज्ञापन देने वाले प्रतिनिधि मंडल में गुमानाराम, सगताराम, धन्नाराम, किसनाराम, राजूराम, कमलकिशोर, लीलाधर, चौथाराम, हीराराम, गोविन्दाराम, स्वरूपाराम, चतुराराम, पूनमाराम, मदनलाल, हीराराम, जुगताराम, जेठाराम, शेराराम सहित अन्य ग्रामीण उपस्थित थे। नगर अध्यक्ष भाजपा अरुण पुरोहित एवं पूर्व प्रधान चुतराराम कनोई साथ में थे।

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