मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर जैसलमेर जिले के खुहड़ी क्षेत्र में रेतीले धोरों पर राज्य स्तरीय योग कार्यक्रम में भाग लिया। उन्होंने सूर्योदय के साथ खुली हवा में ताड़ासन, वृक्षासन, भुजंगासन, सेतुबंधासन, शलभासन व प्राणायाम किया। उन्होंने कहा कि योग केवल व्यायाम नहीं, जीवन जीने की वैज्ञानिक पद्धति है। यह मन, शरीर, विचार और कर्म की एकता है, जो हमें 'मैं से हम' की यात्रा पर ले जाती है।मुख्यमंत्री ने कहा कि योग भारतीय संस्कृति की वह देन है, जिसे आज पूरी दुनिया अपनाकर स्वस्थ जीवन की राह पर बढ़ रही है। उन्होंने सभी से आह्वान किया कि योग को केवल दिवस तक सीमित न रखें, बल्कि इसे जीवनशैली में शामिल करें। उन्होंने बताया कि इस बार योग संगम के लिए सबसे ज्यादा 2.25 लाख पंजीकरण राजस्थान में हुए हैं, जो आमजन की जागरूकता का प्रतीक है। योगाभ्यास के बाद मुख्यमंत्री तनोट पहुंचे, जहां उन्होंने तनोट माता के दर्शन कर प्रदेश की समृद्धि और सुरक्षा के लिए मन्नत मांगी। बीएसएफ कैंप पहुंचकर उन्होंने जवानों से संवाद किया, उनकी जरूरतें और अनुभव साझा किए और सीमा की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। मुख्यमंत्री ने सर्किट हाउस में जनसुनवाई कर आमजन की समस्याएं सुनीं और अधिकारियों को तुरंत समाधान के निर्देश दिए।
Updated on:
21 Jun 2025 08:55 pm
Published on:
21 Jun 2025 08:20 pm