एसएन सुब्बाराव के निधन से हुई अपूरणीय क्षति
जैसलमेरPublished: Oct 30, 2021 07:56:59 am
– गांधीवादी विचारक डॉ. एसएन सुब्बाराव को वि िान्न वर्गों के लोगों ने दी श्रद्धांजलि
एसएन सुब्बाराव के निधन से हुई अपूरणीय क्षति
जैसलमेर। स्वतंत्रता सेनानी, गांधीवादी विचारक, राष्ट्रीय सेवा योजना के संस्थापक निदेशक डॉ. एसएन सुब्बाराव को जैसलमेर के जनप्रतिनिधियों, गांधीवादी, सर्वोदयी, खादी संस्थाओं और रचनात्मक संस्थाओं के कार्यकर्ताओं ने सभा में श्रद्धासुमन अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। खादी परिषद में आयोजित सभा में नगरपरिषद सभापति हरिवल्लभ कल्ला ने सुब्बाराव के निधन को समाज के लिए बहुत बड़ा आघात बताते हुए उनके कृतित्व को याद किया। महात्मा गांधी जीवन दर्शन समिति के संयोजक उ मेद सिंह तंवर ने उनके जैसलमेर से जुड़े संस्मरण सुनाते हुए कहा कि उनकी मधुर वाणी, मृदुल स्वभाव तथा बुलन्द आवाज में गाए गीतों से युवाओं में प्रेरणा एवं जोश भर जाता था। सर्वोदय मंडल जैसलमेर के अध्यक्ष राजूराम प्रजापत ने बताया कि गांधीवादी-समाजवादी विचारक श्याम सुन्दर डावाणी ने कहा कि डॉ. सुब्बाराव गांधी विचार के वर्तमान दौर में सबसे प्रमुख प्रचारक थे। उन्होंने जीवन पर्यंत महात्मा गांधी के दिखाए मार्ग पर चलते हुए सत्य, अहिंसा व सद्भावना के लिए कार्य किया। जिला परिषद सदस्य अंजना मेघवाल ने कहा कि डॉ. सुब्बाराव से मुलाकात व उनके शिविर को देखने का उन्हें सौभाग्य मिला था। सामाजिक कार्यकर्ता राजेन्द्र व्यास भोपत ने कहा कि डॉ. सुब्बाराव एक प्रतीक थे। उनके व्यवहार, विचार व आचार में गांधी जीवन की झलक देखने को मिलती थी। शिक्षाविद बराईदीन सांवरा ने उन्हें एक महापुरुष बताया। रामेश्वर बोरावट ने कहा कि डॉ. सुब्बाराव का निधन विश्व के लिए शान्ति एवं सद्भावना के सिपाही की कमी है, जो कभी पूरी नहीं हो सकेगी।
इन्होंने दी श्रद्धांजलि
श्रद्धांजलि सभा में पुलिस अधीक्षक डॉ. अजय सिंह, खादी परिषद उपाध्यक्ष मदनलाल भूतडा़, सीमा ग्राम स्वराज संघ अध्यक्ष अरुण जगाणी, पार्षद सुमार खान, दुर्गेश आचार्य, निर्मल रैयाणी, रूपचंद सोनी, शंकरसिंह करड़ा, देवकाराम माली, अशोक तंवर, धर्मेन्द्र आचार्य, राधेश्याम कल्ला, अकरम मेहर, गिरिश व्यास, नवरंग खान कंधारी, चन्द्रशेखर थानवी, शंकरलाल प्रजापत, दिलीपसिंह सोलंकी, हनुमान मेघवाल, अमरदीन जंज, नारायण दान रतनू, नेहरू युवा केंद्र के फतेहलाल भील, पवन सिंह, भगवाना राम, जयसिंह माली, मृदुलसिंह तंवर, खूबाराम, भैराराम मंधा, हड़वन्ताराम, अशोक छंगाणी, आनन्द भूतड़ा, चन्द्रभानसिंह तंवर आदि ने श्रद्धासुमन अर्पित किए।