शोभा यात्रा, संकीर्तन व तिलक आरती के साथ मनोरथ संपन्न
शोभा यात्रा, संकीर्तन व तिलक आरती के साथ मनोरथ संपन्न
जैसलमेर
Published: April 27, 2022 08:12:29 pm
-पुष्टिमार्ग प्रवर्तक वल्लभाचार्य महाप्रभु का 545वां प्राकट्योत्सव मनाया गया
जैसलमेर. स्वर्णनगरी में पुष्टिमार्ग के प्रवर्तक श्रीमद् वल्लभाचार्यजी की 545वां प्राकट्योत्सव भव्य रूप से उत्साह के साथ मनाया गया। बरूथनी एकादशी मंगलवार को पुष्टिमार्गीय मंदिरों में विशेष मनोरथ उत्सव सम्पन्न हुए । मंगलवार को सायंकाल में मंदिर पैलेस स्थित श्रीगिरधारीजी के मंदिर में वल्लभाचार्य महाप्रभु की झांकी सजाई गई। जिसकी आरती बांकेबिहारी मंदिर में मुखिया बृजमोहन रंगा द्वारा ली गई। शोभा यात्रा में शामिल बांकेबिहारी संकीर्तन मंडली एवं गिरधारीजी संकीर्तन मंडली की सखियों द्वारा मंदिर परिसर एवं पूरी शोभा यात्रा के दौरान श्रीनाथजी के, वल्लभ सेवा के व पुष्टिमार्गीय अष्टसखाओं द्वारा रचित कीर्तन गाए गए। वैष्णव हरिवल्लभ बोहरा ने बताया कि शोभा यात्रा मंदिर पैलेस से रवाना होकर बांकेबिहारी मंदिर , गांधी चौक, कचहरी रोड, गोयदानी हट्टां, जिन्दानी चौक, भाटिया बाजार, गोपा चौक से आसनी पथ होकर ढिब्बा पाडा स्थित मदनमोहनजी की हवेली पंहुची। जहां झांकी का स्वागत-सत्कार करने के उपरांत मुखिया जसवन्तकुमार द्वारा तिलक आरती की गई। उपस्थित श्रद्धालुओं ने परिक्रमा दर्शन किए। शोभा यात्रा में वैष्णव रामेश्वरी पुरोहित द्वारा उपरना पहनाकर रसिक वैष्णवों का बहुमान किया गया। संकीर्तन करने वालों में माईक पर गायत्री भाटिया, अनीता भाटिया, पुष्पा छांगाणी, गीता भाटिया, मीना भाटिया, जयंती भाटिया, मीना सुषील भाटिया, वर्षा व किरण भाटिया सहित अनेक महिला वैष्णवों का सहयोग रहा। शोभा यात्रा में बृजमोहन रंगा के अतिरिक्त हरिवल्लभ बोहरा, माधवदास श्रीपत, राजेश् बरसा, महेन्द्र गोपा, श्रीवल्लभ आचार्य, अशोक भाटिया, राजेन्द्र आचार्य, शेखर व्यास डावाणी, सुरेष श्रीपत व जवाहर आचार्य, रमेश कुमार बिस्सा सहित संजय आचार्य आदि ने सहयोग दिया। कमलकिशोर आचार्य ने व्यवस्थापकीय सहयोग किया।

शोभा यात्रा, संकीर्तन व तिलक आरती के साथ मनोरथ संपन्न
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