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ज्ञान कुशलता एवं संस्कार देने का कार्य करती है सेवा भारती समिति: विजयराव

- सेवा भारती समिति की ओर से विचार गोष्ठी का आयोजन

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ज्ञान कुशलता एवं संस्कार देने का कार्य करती है सेवा भारती समिति: विजयराव

ज्ञान कुशलता एवं संस्कार देने का कार्य करती है सेवा भारती समिति: विजयराव


जैसलमेर. सेवा भारती समिति की ओर से गांधी कॉलोनी स्थित आदर्श विद्या मंदिर में सेवा भारती एक परिचय विषय पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। सेवा भारती के जिला मंत्री अधिवक्ता गिरिराज सेवक ने बताया कि कार्यक्रम की अध्यक्षता समाजसेवी मोहनलाल डांगरा ने की। मुख्य वक्ता के रुप में राष्ट्रीय सेवा भारती के संयुक्त महामंत्री विजयराव पुराणिक, मुख्य अतिथि के रुप में समाजसेवी मनोहरसिंह जोधा व विशिष्ट अतिथि के रुप में जगदीश बिसानी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का आगाज अतिथियों की ओर से भारत माता का पूजन व दीप प्रज्ज्वलन कर की गई। इस अवसर पर दीप मंत्र मेघवाल पाड़ा बाल संस्कार केंद्र की बालिकाओं द्वारा प्रस्तुत किया गया। इस अवसर पर समिति की ओर से अतिथियों का साफा पहनाकर व श्रीफल भेंट कर सम्मान किया गया। इस अवसर पर सेवा भारती के प्रांत संरक्षक चंद्रभान खत्री, जिला संरक्षक मूलचंद खत्री, जिला उपाध्यक्ष डॉ. दामोदर खत्री, कपिल खत्री, भीमाराम प्रजापत, रमेश सेवक, मनीष गज्जा, पदमाराम, जितेंद्र तेजी, लाधुराम, प्रकाश, जसोदा, प्रेमलता, अंजू व्यास, माला व्यास सहित कई कार्यकर्ता उपस्थित रहे। प्रांत संगठन मंत्री स्वरुपदान ने सेवा भारती की प्रस्तावना रखी।
सेवा भारती से जीवन जीने की दिखती है राह
मुख्य वक्ता विजयराव पुराणिक ने सेवा भारती एक परिचय पर व्याख्यान दिया। उन्होंने कहा कि ज्ञान कुशलता और संस्थाएं संस्कार कभी भी समाप्त नहीं होते है। संस्कार से ही व्यक्ति का निर्माण होता है। उन्होंने कहा कि सेवा भारती से जीवन जीने की राह दिखती है। उन्होंने कहा कि कश्मीर घाटी में सेवा भारती के कार्यकर्ता निस्वार्थ भाव से कार्य करते है। सेवा भारती महिलाओं को स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से उन्हें आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास करती है। उन्होंने कहा कि सेवा भारती के कार्यकर्ता निस्वार्थ भाव से कार्य करते है। उन्होंने कहा कि सभी को सेवा कार्यो के लिए समय निकालना चाहिए। इस अवसर पर अध्यक्षता करते हुए मोहनलाल डांगरा ने कहा कि नर सेवा ही नारायण सेवा है। इसलिए वंचितों व असहाय लोगों की सहायता व सेवा करनी चाहिए। यहीं नारायण की सेवा है। इस अवसर पर मुख्य अतिथि मनोहरसिंह जोधा ने कहा कि जरूरतमंद बालिकाओं के विवाह में सभी लोगों को बढ़ चढ़ कर आगे आना चाहिए। विशिष्ट अतिथि जगदीश बिसानी ने कहा कि सेवा ही सबसे बड़ा धर्म है। सभी को हर प्रकार से सेवा कार्यो में तत्पर रहना चाहिए। जितेंद्र तेजी द्वारा सेवा गीत प्रस्तुत किया गया। महिला का किया सम्मान
विचार गोष्ठी के अवसर पर पति के अधूरे सपने को पूरा करने के लिए अपनी सेवानिवृत्ति के 15 लाख रुपए मंदिर निर्माण में लगाने वाली वाल्मीकि समाज की महिला छोटी देवी का सम्मान किया गया। इस अवसर पर अखिल भारतीय संयुक्त महामंत्री सेवा भारती विजयराव पुराणिक की ओर से छोटी देवी का शॉल ओढ़ाकर व भारत माता की तस्वीर भेंट कर सम्मान किया गया। इस अवसर पर सीए मांगीलाल टावरी, जिला प्रचारक नारायण, जयंत दैया, जिला कार्यवाह जेठूदान, सह कार्यवाह मुकेश जोशी, पवन वैष्णव, आशाराम मूलचंदानी, छुगसिंह सोढ़ा, मोहनलाल सोनी, रमण कपुरिया सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे। कार्यक्रम के अंत में अध्यक्ष हीरालाल साधवानी ने सभी का आभार जताया। मंच संचालन राजकुमार ने किया। इस अवसर पर सेवा भारती समिति के सहयोग के लिए अतिथियों द्वारा विभिन्न घोषणाएं की गई।