त्यौहारी सीजन पर शट डाउन की मार!
जैसलमेरPublished: Oct 30, 2021 07:55:49 am
– बिजली की अघोषित कटौती से आमजन परेशान- व्यापार भी हो रहे बाधित
त्यौहारी सीजन पर शट डाउन की मार!
पोकरण. कस्बे में गत कई दिनों से बिगड़ी विद्युत व्यवस्था के कारण आमजन को परेशानी हो रही है। दीपावली के त्यौहार की सीजन में चल रही बिजली की कटौती के कारण व्यापार भी प्रभावित हो रहा है। बावजूद इसके डिस्कॉम की ओर से व्यवस्था को दुरस्त करने को लेकर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। गौरतलब है कि वर्ष 2020 की शुरुआत से कोरोना की मार के कारण व्यापार, धंधे व उद्योग मंदे चल रहे थे। इस वर्ष दीपावली के त्यौहार पर लोगों को अच्छे व्यापार की आस है। ऐसे में कस्बे के बाजार गुलजार नजर आ रहे है। विशेष रूप से इलेक्ट्रोनिक सामान की दुकानें भी सजी हुई है। दूसरी तरफ कस्बे में बिगड़ी विद्युत आपूर्ति व्यवस्था पूरी तरह से लडख़ड़ाई हुई है। जिसके कारण आए दिन विद्युत की कटौती हो रही है। जिससे आमजन को परेशानी हो रही है। हालांकि कुछ दिनोंं तक डिस्कॉम की ओर से मेंटीनेंस के नाम पर कटौती की गई तथा विद्युत लाइनों व उपकरणों को ठीक करने के दावे किए गए, लेकिन अभी तक लाइनों में फॉल्ट की समस्या यथावत बनी हुई है। जिसके कारण प्रतिदिन विद्युत की आवाजाही व आंखमिचौनी का दौर लगा रहता है।
आमजन का हो रहा बेहाल
कस्बे में गत कुछ दिनों से प्रतिदिन सुबह, दोपहर व शाम के समय विद्युत की अघोषित कटौती हो रही है। हालात यह है कि शुक्रवार की शाम चार बजे से आठ बजे तक चार बार बिजली गुल हुई। इसी प्रकार शनिवार को भी दोपहर व शाम के समय बार-बार बिजली की आंखमिचौनी के कारण आमजन को परेशानी हुई।
बाधित हो रहे व्यापार व धंधे
इस बार दीपावली की सीजन परवान पर रहने की उम्मीद है। ऐसे में बाजार गुलजार है तथा दुकानें सामानों से सजी हुई है। विद्युत की आवाजाही व कटौती के कारण दुकानों में व्यापार नहीं हो पा रहा है। विद्युत संचालित उपकरण बंद हो जाने से दुकानदारों को परेशानी हो रही है।
सबसे बड़ा सवाल, फिर मेंटीनेंस कैसा?
डिस्कॉम की ओर से दीपावली के त्यौहार से पूर्व मेंटीनेंस के नाम पर कटौती की गई। तीन-तीन घंटे तक कई दिनों से कटौती का दौर चला। डिस्कॉम के अधिकारियों का दावा है कि कटौती के दौरान विद्युत लाइनों, उपकरणों, पोलों व ट्रांसफार्मरों का रख रखाव किया गया, ताकि दीपावली के मौके पर निर्बाध रूप से विद्युत आपूर्ति की जा सके, लेकिन हालात बिल्कुल जुदा नजर आ रहे है। मेंटीनेंस के दौर के बाद भी कटौती का दौर जारी है, तो फिर मेंटीनेंस किसका किया गया है, यह सबसे बड़ा सवाल बना हुआ है।