20 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

जैसलमेर जिला अस्पताल में सोनोग्राफी जांच सेवा वर्षों से ताले में बंद

जैसलमेर के जिला अस्पताल जवाहिर चिकित्सालय में पिछले करीब ढाई वर्षों से नि:शुल्क सोनोग्राफी जैसी प्रमुख जांच की सुविधा मरीजों के लिए नहीं है।

2 min read
Google source verification

जैसलमेर. राजकीय जवाहिर चिकित्सालय में बंद सीटी स्केन कक्ष। पत्रिका

जैसलमेर के जिला अस्पताल जवाहिर चिकित्सालय में पिछले करीब ढाई वर्षों से नि:शुल्क सोनोग्राफी जैसी प्रमुख जांच की सुविधा मरीजों के लिए नहीं है। साल 2023 में कार्यरत रेडियोलॉजिस्ट के सेवानिवृत्ति ले लेने के बाद से अस्पताल में सरकार एक रेडियोलॉजिस्ट नहीं लगा पाई और उसका खामियाजा हजारों लोगों को अब तक लाखों-करोड़ों रुपए खर्च कर चुकाना पड़ रहा है। जानकारी के अनुसार पिछले मई माह में जब ऑपरेशन सिंदूर चला, उस समय सरकार ने आनन-फानन में यहां रेडियोलॉजिस्ट भेजा था, कुछ दिनों तक उन्होंने सेवाएं दी तब मरीजों को राहत भी मिली लेकिन डेपूटेशन समाप्त होने के बाद फिर से सोनोग्राफी सेंटर पर ताला लटका दिया गया है। जवाहिर चिकित्सालय में मरीजों को पहले ही कई विशेषज्ञ चिकित्सकों की सेवाएं नहीं मिलने से परेशानियां पेश आती हैं। ऐसे में सोनोग्राफी जैसी महत्वपूर्ण जांच की भी सुविधा नहीं होने से मरीजों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। तब से अब तक चिकित्सालय प्रशासन से लेकर जिला प्रशासन तक अनेक लोगों ने कई बार सोनोग्राफी सुविधा शुरू करवाने की गुहार लगाई है, लेकिन कोई भी समस्या का समाधान नहीं करवा सका है। प्रसूताओं के लिए अवश्य एमसीएच यूनिट में चिकित्सक अपने स्तर पर सामान्य ढंग से सोनोग्राफी की सुविधा मुहैया करवा रहे हैं लेकिन वे भी गम्भीर मामला होने पर निजी जांच केंद्रों से जांच करवाने की सलाह देते हैं।

निजी केंद्रों में जाने की मजबूरी

जिला अस्पताल में मरीजों के लिए सोनोग्राफी की सुविधा नहीं होने से निम्र आयवर्ग के मरीजों को सबसे ज्यादा परेशानी झेलनी पड़ती है। सबसे बड़ी बात तो यह है कि बाजार में निजी क्लिनिक सोनोग्राफी करने के लिए 800 से 1000 रुपए वसूल रहे हैं। इससे निजी जांच केंद्रों की कमाई में भारी उछाल आ गया है। जिला अस्पताल जैसे उच्च केंद्र पर सोनोग्राफी सेंटर के बाहर ताला लगा होने से मरीज और उनके परिजन हताश हो रहे हैं। मरीजों को दूरी तय कर मजबूरन निजी क्लिनिक पर जाकर मंहगे दामों में सोनोग्राफी करवानी पड़ रही है, जबकि अस्पताल में नि:शुल्क में सोनोग्राफी की सुविधा मिलती थी।

बंद है जांच सुविधा

यह सही है कि जिला चिकित्सालय में रेडियोलॉजिस्ट का पद रिक्त होने से सोनोग्राफी जांच की सुविधा बंद है। इसके लिए राज्य सरकार और विभाग को कई बार अवगत करवाया जा चुका है।

  • डॉ. चंदनसिंह तंवर, पीएमओ, जवाहिर चिकित्सालय, जैसलमेर