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पहली बारिश में ही खुली बिजली व्यवस्था की पोल, घंटों तक शहरवासी रहे परेशान

स्वर्णनगरी के बाशिंदे जितना पहली बारिश से खुश नहीं हुए, उससे ज्यादा उन्हें विद्युत आपूॢत में व्यवधान ने दु:खी कर दिया।

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स्वर्णनगरी के बाशिंदे जितना पहली बारिश से खुश नहीं हुए, उससे ज्यादा उन्हें विद्युत आपूॢत में व्यवधान ने दु:खी कर दिया। शाम को जैसे ही आसमान में बादल छाए और बारिश का मौसम बना, बिजली गुल हो गई। इसके बाद बरसात आई और लगभग थम भी गई, लेकिन बिजली नहीं लौटी। लगभग पूरे शहर में विद्युत व्यवस्था ठप होने पर शहरी आबादी पूरी तरह से बेजार नजर आई। वे अपने घरों और दुकानों आदि प्रतिष्ठानों में अंधेरे में पसीना-पसीना होने को विवश रहे। इसके अलावा जिनके यहां इनवर्टर लगे हैं, वे भी लम्बी कटौती के चलते हांफ गए।

दिन में भी कई बार कटौती

इससे पहले गुरुवार को दिन में भी कई बार शहर के अलग-अलग हिस्सों में अघोषित ढंग से बिजली की आवाजाही बनी रही। डिस्कॉम के अधिकारियों ने इसकी वजहें भी बताई लेकिन शहरी उपभोक्ता सवाल उठा रहे हैंं कि, बीते दिनों से जब विभिन्न स्थानों पर तंत्र की मजबूती के लिए कई-कई घंटों तक घोषित कटौती की गई है तो भी बिजली की आपूर्ति का सिस्टम पुख्ता क्यों नहीं हो पा रहा है? शहरी उपभोक्ता दीपसिंह ने कहा कि, मानसून की पहली बारिश में जब बिजली व्यवस्था इस तरह से ठप हो गई है तो आने वाले दिनों में मूसलाधार बरसात के दौरान स्थिति कैसे संभलेगी? रात तक बिजली के नहीं लौटने से काम-धंधे पूरी तरह से ठप हो गए और घरों में महिलाओं के लिए कामकाज करना मुहाल हो गया। गृहिणी शोभा देवी ने शिकायती लहजे में कहा कि, जैसलमेर में बरसात के आते ही बिजली के जाने का सिलसिला आखिर कब तक चलता रहेगा ?