प्रशिक्षणार्थियों ने सीखे अनुभवों को किया साझा
जैसलमेरPublished: Sep 24, 2020 09:39:31 am
-30 दिवसीय नि:शुल्क टेली अकाउटिंग प्रशिक्षण का समापन
प्रशिक्षणार्थियों ने सीखे अनुभवों को किया साझा
जैसलमेर. ग्रामीण विकास मंत्रालय के तत्वावधान में भारतीय स्टेट बैंक की ओर से संचालित ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान की ओर से 22 सितंबर को 30 दिवसीय नि:शुल्क टेली अकाउटिंग का समापन हुआ। आरसेटी के राज्य निदेशक माधोराम, आरसेटी निदेशक जैसलमेर जगदीश नारायण एवं नेशर बेंगलुरू असेसर रामलाल सुरेला, वरिष्ठ अनुदेशक व प्रोग्राम कोर्डिनेटर ओम कंवर भाटी और अनुदेशक ताजदार मिर्जा की ओर से प्रशिक्षणार्थियों को मूंल्याकन प्रमाणन लेकर प्रणाम पत्र दिए गए। प्रशिक्षणार्थियों ने 30 दिन तक सीखे गए अनुभवों को साझा किया गया। कोविड. 19 की गाइड लाइन की अनुपालना को ध्यान में रखते हुए कार्यक्रम किया गया।
माधोराम ने प्रशिक्षणार्थियों को शुभकामनाएं देते हुए बताया कि आज का युग कम्प्युटर युग हैं। कम्प्यूटर का ज्यादा इस्तेमाल होने के कारण यह हर क्षेत्र में उपयोग किया जा रहा हैं। आप सभी व्यापार के क्षेत्र में कम्प्युटर से कार्य आसानी से कर जीवन में आर्थिक रूप से स्वावलम्बन बन सकते हैं। आरसेटी का यही उदेश्य है कि हर हाथ को रोजगार मिले। आरसेटी के निदेशक जगदीश नारायण ने बताया कि वर्तमान में बेरोजगार युवक-युवतियों के लिए हमारी संस्था एसबीआई आरसेटी किसी वरदान से कम नही हैं। संस्थान में जिले के बेरोजगाार युवक-युवतियो को आत्मनिर्भर बनाने के लिए स्वरोजगार से संबंधित लगभग 61 प्रकार के नि:शुल्क प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं, जिसमें बीपीएल परिवारों के सदस्य, स्वयं सहायता समूह की महिलाएं और उनके परिवार के सदस्य, मनरेगा परिवार, प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभाविन्त परिवार ही भाग ले सकते हैं। आगामी महिनो में इलेक्ट्रीशियन, मोबाइल रिपेयर, मोटर रिवाईडिंग, फोटोग्राफी व वीडियोग्राफी, मेन टेलरिंग, विमेन टेलरिंग, ब्युटी पार्लर, डेयरी फार्मिंग, मशरूम खेती, कम्प्युटर हार्डवेयर व नेटर्वक आदि कार्यक्रम संचालित किए जाएंगे।
कार्यक्रम का संचालन करते हुए प्रोग्राम कोर्डिनेटर ओम कंवर भाटी ने भी स्वरोजगार के क्षेत्र में अपने विचार व्यक्त किए व 30 दिवसीय प्रशिक्षण में प्रशिक्षणार्थियों को जीवन में आगे बढऩे व आत्मनिर्भर बनने के लिए व्यक्तित्व विकास, समय प्रबंधन, समस्या समाधान, उधमशील व्यक्ति की योग्यता, आत्म विश्वास, जोखिम लेना, कार्य में गुणवता के बारे में जानकारी दी गई। दक्ष प्रशिक्षक रघुनाथसिंह की ओर से प्रशिक्षण दिया गया।