जैसलमेर जिले में बादशाह-शहजादा बनाने की परम्परा वर्षों से आज भी कायम है। होली पर्व पर उल्लास के बीच सोनार किले के ऐतिहासिक सोनार दुर्ग में धुलंडी के दिन बादशाह और शहजादा का स्वांग होता है। इसमें एक बादशाह बनाया जाता है। इसी तरह शहजादों के स्वांग के लिए बालकों को तैयार कर बिठाया जाता है। बादशाह का दरबार सजता है और माहौल में गूंजता है बादशाही बरकरार, शहजादा सलामत…