20 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Good News: राजस्थान में यहां बिछ रही 3085 करोड़ से नई रेल लाइन, इस महीने मिलेगा बड़ा तोहफा

यह पूरा प्रोजेक्ट 271.97 किलोमीटर का है। इस प्रोजेक्ट की कीमत 3085.5 करोड़ रुपए है, कुल 28 नए मेजर ब्रिजों का निर्माण कराया जाएगा।

2 min read
Google source verification
new rail line

एआई तस्वीर

उत्तर पश्चिम रेलवे के जोधपुर मंडल के महत्वपूर्ण लूनी-जालोर-भीलड़ी सेक्शन में रेल लाइन के दोहरीकरण कार्य ने अब गति पकड़ ली है। रेलवे के निर्माण विभाग की ओर से कुल 272 किमी लंबे इस रेलमार्ग के रेल दोहरीकरण के प्रथम चरण में 48 किलोमीटर हिस्से का काम इस साल के अंत तक पूरा करने की कार्य योजना निर्धारित की गई है।

जोधपुर मंडल रेल प्रबंधक अनुराग त्रिपाठी ने बताया कि केंद्र सरकार की ओर से 2024 में स्वीकृत इस अत्यंत महत्वाकांक्षी परियोजना के क्रियान्वयन के तहत रेलवे के निर्माण विभाग द्वारा एक साथ तीन चरणों में कार्य शुरू किया जा चुका है। दोहरीकरण के साथ ही दोहरी लाइन के विद्युतीकरण के निर्देश भी दिए गए हैं।

उन्होंने बताया कि इसके तहत लूनी-समदड़ी-बिशनगढ़, बिशनगढ़-मारवाड़ कोरी तथा मारवाड़ कोरी से भीलड़ी रेलखंडों में चरणबद्ध तरीके से परियोजना का कार्य निष्पादन किया जाएगा। केंद्र सरकार ने परियोजना के कुल बजट 3085.5 करोड़ रुपए में से वर्ष 2025-2026 के लिए 447 करोड़ रुपए का बजट जारी किया है।

यह वीडियो भी देखें

यह है प्रोजेक्ट

यह पूरा प्रोजेक्ट 271.97 किलोमीटर का है। इस प्रोजेक्ट की कीमत 3085.5 करोड़ रुपए है और इससे राजस्थान के जोधपुर, बाड़मेर व जालोर जिले के साथ ही गुजरात का बनासकांठा जिला भी लाभान्वित होगा।

इस तरह से होंगे विकास कार्य

  • मार्ग में कुल 28 नए मेजर ब्रिजों का निर्माण कराया जाएगा।
  • 225 माइनर ब्रिजों की वृद्धि होगी।
  • कुल 90 एलएचएस मार्गों का विस्तार होगा।
  • मार्ग के 31 रेलवे स्टेशनों पर ऊपरी पैदल पुल अथवा सब-वे बनाए जाएंगे
  • जहां स्टेशनों के प्लेटफॉर्म की सतह मीडियम से हाई लेवल में बदली जाएंगी, वहीं प्लेटफॉर्म शेल्टर, सब-वे व अन्य सुविधाओं का विस्तार किया जाएगा।

इन्होंने कहा

लूनी-समदड़ी-जालोर-भीलड़ी रेल लाइन के दोहरीकरण से राजस्थान और गुजरात के जिलों के बीच डबल लाइन का कार्य कंप्लीट होने के बाद डबल स्टैक कंटेनरों का निर्बाध संचालन संभव होगा। साथ ही अधिक यात्री ट्रेनों की आवाजाही सुनिश्चित होगी।

  • अनुराग त्रिपाठी, मंडल रेल प्रबंधक, जोधपुर