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Rajasthan: बारिश का कहर, राजस्थान के 2 गांव टापू बने, ग्रामीणों को ट्यूब से करना पड़ रहा आवागमन

ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन की ओर से अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। गांव के आम चौहटे पर स्थित राजकीय प्राथमिक विद्यालय कई दिनों से बंद पड़ा है।

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Jalore flood

पानी में से निकलते ग्रामीण। फोटो- पत्रिका

राजस्थान के जालोर में लगातार बारिश के कारण लूनी नदी में पानी आने से नेहड़ क्षेत्र के पावटा और सुजानपुरा गांव टापू बन चुके हैं। पावटा गांव के आम चौहटे पर पिछले सात दिनों से चार से पांच फीट पानी भरा हुआ है। हालात यह हैं कि करीब 100 घरों के लोगों को बाहर निकलने के लिए ट्यूब का सहारा लेना पड़ रहा है।

ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन की ओर से अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। गांव के आम चौहटे पर स्थित राजकीय प्राथमिक विद्यालय कई दिनों से बंद पड़ा है। वहीं, पावटा से टांपी जाने वाले बच्चों को भी घर बैठकर पढ़ाई करनी पड़ रही है। बच्चे ग्राम पंचायत मुख्यालय तक नहीं पहुंच पा रहे हैं।

सुजानपुरा गांव में भी पानी

इसी प्रकार सुराचंद ग्राम पंचायत का सुजानपुरा गांव भी चारों ओर से लूनी नदी के पानी से घिरा हुआ है। यहां के लोग बाहर जाने के लिए पानी में से तैरकर अपनी जान जोखिम में डाल रहे हैं। ग्रामीणों ने बताया कि पिछली बार लूनी नदी में पानी भरने पर राजस्थान पत्रिका में खबर प्रकाशित होने के बाद प्रशासन हरकत में आया था और पानी उतरने के बाद एसडीआरएफ की टीम गांव पहुंची थी। अब दोबारा वही स्थिति बन चुकी है, लेकिन अभी तक कोई बचाव दल या राहत व्यवस्था नहीं पहुंची है। ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से तत्काल राहत और स्थाई समाधान की मांग की है, ताकि बरसात के दिनों में उन्हें हर बार इस तरह की मुसीबत न झेलनी पड़े।

नारणावास बागरा मार्ग वर्षाकाल में जी का जंजाल बन गया। इस सड़क पर ग्रामीणों का सफर खतरे से खाली नहीं। पानी में फिसलन होने से ग्रामीण वाहन सहित अंदर गिरने लगे है। वहीं रात्रि के दौरान सफर और अधिक खतरे भरा हो जाता है। बागरा बस स्टैंड से निकलते ही 221 फीट तक पुरानी सीसी सड़क जलमग्न व फिसलन भरी हो गई। ऐसे मे बागरा, नारणावास नया नारणावास, धवला आदि गावों के ग्रामीणों को कीचड युक्त पानी से गुजरना पड़ता है।

जर्जर, छोटी व पुरानी सीसी सड़क बनी खतरा

विक्रम कुमार बागरा, कांति लाल भट्ट बागरा, जगदीश सिंह नारणावास, आदा राम ने बताया कि दो वर्ष पूर्व नारणावास बागरा सड़क मार्ग 18 फीट चौड़ाई का बना था, लेकिन जहां अभी पानी का भराव हो रहा है।

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इन्होंने कहा

नारणावास बागरा सड़क मार्ग पर पानी के भराव की गभीर समस्या हैं। पानी के भराव, कीचड़ और फिसलन से दिक्कत है। लोग इस मार्ग पर हादसे का शिकार हो रहे हैं।
जशोदा कंवर, प्रशासक, ग्राम पंचायत नारणावास

चार से पांच फीट तक भराव

गांव के आम चौहटे पर चार से पांच फीट पानी का भराव है। गांव से बाहर जाने के लिए दोनों तरफ सड़क मार्ग बंद है। किसी को बुखार आने या अन्य कोई कार्य होने पर बाहर इलाज करवाने के लिए पानी में से आना-जाना करना पड़ रहा है, लेकिन प्रशासन के द्वारा आज दिन तक कोई ध्यान नहीं दिया गया है।
नकलंगगिरी, ग्रामीण पावटा