16 दिसंबर 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

5 करोड़ में हुआ रीट परीक्षा के पेपर का सौदा, इसके बाद WhatsApp के माध्यम से भेजा गया, अब आरोपी व्याख्याता उदाराम बर्खास्त

विभिन्न नकल प्रकरणाें में संलिप्त पाए जाने पर माध्यमिक शिक्षा विभाग के निदेशक ने उदाराम बिश्नोई हाल निलंबित व्याख्याता राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय कीलवा को सेवा से बर्खास्त किया है।

3 min read
Google source verification
reet 2021

फोटो- पत्रिका

जालोर। विभिन्न नकल प्रकरणाें में संलिप्त पाए जाने पर माध्यमिक शिक्षा विभाग के निदेशक ने चितलवाना क्षेत्र के बिश्नोईयों की ढाणी रणोदर निवासी उदाराम बिश्नोई पुत्र जगराम हाल निलंबित व्याख्याता राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय कीलवा को 19 मई को सेवा से बर्खास्त किया है।

जानकारी के अनुसार उदाराम विश्नोई, व्याख्याता (राजनीति विज्ञान) राउमावि कीलवा को रीट परीक्षा 2021 नकल प्रकरण में संलिप्त पाए जाने एवं एस.ओ.जी. जयपुर द्वारा इन्हें दिनांक 27 जनवरी 2022 को गिरफ्तार किए जाने पर इनके खिलाफ विभागीय जांच शुरू करते हुए गिरफ्तारी दिनांक से निलम्बित किया गया था।

उदाराम विश्नोई, के विरूद्ध सार्वजनिक परीक्षाओं में नकल संबधी गंभीर प्रकरण दर्ज है। रीट परीक्षा 2017 में धांधली करने के संबध में वर्ष 2018 में पुलिस थाना औधोगिक क्षेत्र, पाली में, रीट परीक्षा 2021 नकल प्रकरण में अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस एटीएस एवं एसओजी राजस्थान, जयपुर कार्यालय से प्राप्त दुराचरण रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2021 में आयोजित रीट परीक्षा पेपर लीक के संबंध में पुलिस थाना गंगापुरसिटी जिला सवाईमाधोपुर में प्रकरण दर्ज है।

यह भी पढ़ें : राजस्थान में लाखों अभ्यर्थियों को इंतजार खत्म, रीट 2024 परीक्षा का परिणाम जारी; यहां करें चेक

वर्ष 2021 में रीट परीक्षा से पूर्व उदाराम सरकारी नौकरी में रहते हुए व उसके सहयोगियों द्वारा आरोपी रामकृपाल मीणा से रीट परीक्षा का पेपर परीक्षा से पहले देने के लिए 5 करोड़ में सौदा तय हुआ, उसमें से करीब सवा करोड़ रूपये की राशि राजूराम ईराम निवासी कूकावास जालोर एवं उसके सहयोगियों द्वारा उदाराम विश्नोई के मार्फत रामकृपाल मीना को देना पाया गया।

पूर्व से तय सौदा के अनुसार आरोपी उदाराम विश्नोई द्वारा दिनांक 26 सितम्बर 2021 को आयोजित रीट परीक्षा से पूर्व दिनांक 25 सितम्बर 2021 की सुबह रामकृपाल मीना से रीट परीक्षा के द्वितीय लेवल का पेपर प्राप्त कर राजूराम ईराम को दिया।

राजूराम ईराम के साथ मिलकर उक्त पेपर को सॉल्व करवाने तथा पेपर को सॉल्व करवाने के पश्चात् उक्त सॉल्वड पेपर को वाट्सएप के माध्यम से भजनलाल विश्नोई व अन्य सहयोगियों को भेजकर कई अभ्यर्थियो से भारी राशि लेकर परीक्षा पूर्व पेपर पढ़ाना पाया गया।

सूचना के अनुसार नकल प्रकरण में प्रयुक्त मोबाइल एवं रीट परीक्षा के पेपर के संबंध में हिसाब किताब की डायरियां, रीट परीक्षा का सॉल्वड पेपर की छाया प्रति एवं अभियुक्त उदाराम के कब्जे से अभ्यर्थियों की सूची एवं अपराध में प्रयुक्त वाहन को जब्त किया गया।

उदाराम ने राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड जयपुर की ओर से आयोजित ग्राम विकास अधिकारी सीधी भर्ती परीक्षा (प्रारम्भिक) 2021 का पेपर रूपए देकर लाने व आगे परीक्षार्थियों से रुपए प्राप्त कर परीक्षा का पेपर का आन्सर पढ़ाने में उदाराम विश्नोई की संलिप्तता एवं षडयंत्र रचने के प्रकरण में प्राप्त दुराचरण रिपोर्ट अनुसार पुलिस थाना सिरोही में दर्ज प्रकरण में चार्जशीट 30 मई 2023 को न्यायालय सिरोही में पेश की गई ।

कनिष्ठ अभियन्ता भर्ती परीक्षा 2020 में पुलिस थाना सांगानेर जयपुर पूर्व में दर्ज रिपोर्ट में कनिष्ठ अभियन्ता भर्ती परीक्षा का प्रश्न पत्र आउट करवाकर उसे आगे अभ्यर्थियों को 10-15 लाख रुपए में बेचने का कृत्य किया गया।

ऐसे में अनुसंधान के दौरान उदाराम विश्नोई, निलंबित व्याख्याता (राजनीति विज्ञान) के विरूद्ध रीट परीक्षा 2017 में धांधली करने, रीट परीक्षा 2021 नकल गिरोह में संलिप्तता पाए जाने, ग्राम विकास अधिकारी सीधी भर्ती परीक्षा (प्रारम्भिक) 2021 तथा कनिष्ठ ठ अभियन्ता भर्ती परीक्षा 2020 का पेपर आउट कराने में संलिप्तता पाई गई।

यह भी पढ़ें : चित्तौड़गढ़ का ‘वो’ इश्कबाज टीचर: वायरल वीडियो के मामले में नया मोड़, झूठे शपथ पत्र को लेकर अब ये लोचा

समस्त प्रकरणों में आरोपी व्याख्याता दाराम बिश्नोई के विरूद्ध न्यायालय के समक्ष चालान प्रस्तुत किया गया है। इससे विभाग एवं राजस्थान सरकार की छवि धूमिल हुई है। ऐसे नकल संबंधी आपराधिक प्रकरणों में गंभीर दुराचरण की घटनाओं एवं उनमें राज सेवकों की बढ़ती संलिप्तता को ध्यान में रखते हुए माध्यमिक शिक्षा के निदेशक ने उदाराम विश्नोई, निलंबित व्याख्याता (राजनीति विज्ञान) राउमावि कीलवा सांचौर को तत्काल प्रभाव से राज्य सेवा से पदच्युत किया गया।