Vaibhav Gehlot Rajasthan : जालोर-सिरोही लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी वैभव गहलोत के लिए राहत की खबर सामने आई है। इस सीट पर त्रिकोणीय मुकाबले की संभावनाएं अब खत्म हो गई हैं। पढ़िए पूरी ख़बर...
पूर्व सीएम अशोक गहलोत के बेटे और जालोर-सिरोही लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी वैभव गहलोत को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। इस सीट पर त्रिकोणीय मुकाबले की संभावनाएं अब खत्म हो गई हैं। जालोर-सिरोही लोकसभा सीट से बसपा प्रत्याशी लाल सिंह धनपुर ने अपना नामांकन वापस ले लिया है और कांग्रेस प्रत्याशी वैभव गहलोत का समर्थन किया है। कांग्रेस से टिकट नहीं मिलने पर लाल सिंह ने बसपा के टिकट पर नामांकन दाखिल किया था। अब उनका कहना है 'कांग्रेस मेरा परिवार है, परिवार में झगड़ा होता है, अब मैं कांग्रेस के साथ हूं पार्टी को मजबूत बनाउंगा।'
कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार वैभव गहलोत और उनका पूरा परिवार चुनावी मैदान में उतर गया है। हाल ही में एक जनसभा में वैभव गहलोत की मां सुनीता गहलोत चुनावी मैदान में नजर आईं। पिता अशोक गहलोत ने हाल ही में स्थानीय लोगों से चर्चा की और वैभव गहलोत को जिताने की अपील की। नामांकन के दिन वैभव गहलोत की बेटी ने भी सोशल मीडिया के जरिए लोगों से बड़ी संख्या में नामांकन सभा में आने की अपील की थी।
पत्नी हिमांशी गहलोत पिछले कई दिनों से स्थानीय लोगों से जनसंपर्क कर रही हैं। वह डोर टू डोर कैंपेन कर लोगों से मिल रही हैं। उनका कहना है कि लोगों की इच्छा थी कि वैभव गहलोत का परिवार उनसे आकर एक परिवार की तरह मिले।
गहलोत का मुकाबला बीजेपी के लुंबाराम चौधरी है। लुंबाराम चौधरी सिरोही के रहने वाले हैं, वह यहां के स्थानीय हैं जबकि वैभव गहलोत का पैतृक आवास जोधपुर है। इसलिए इस सीट पर स्थानीय वर्सेस बाहरी का जैसे मुद्दे सामने आ सकते है। ऐसे में इस सीट पर वैभव के लिए चुनौती कम नहीं है। हालांकि इस सीट पर अबतक बाहरी नेताओं ने ही जीत हासिल की है। पिछले चार चुनावों से बीजेपी लगातार जीत दर्ज कर रही है। हालांकि, 1999 तक इस सीट पर कांग्रेस के बूटा सिंह का दबदबा था, जो यहां से 4 बार जीत चुके हैं।