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जिले के 416 मजरा टोलों तक नहीं पहुंच पाई सौभाग्य की रोशनी

881 गांवों को रोशन करने का था लक्ष्य

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881 गांवों को रोशन करने का था लक्ष्य

881 गांवों को रोशन करने का था लक्ष्य

जांजगीर-चांपा. घर-घर को रोशन करने बनाई गई सौभाग्य योजना की रोशनी जिले के 416 मजरे टोलों पर अब तक नहीं पहुंच पाई है। इसके लिए विद्युत वितरण कंपनी के कर्मचारी जी जान से लगे हुए हैं, बावजूद लक्ष्य पाना मुश्किल नजर आ रहा है। क्योंकि लोग लंगर कनेक्शन से काम चलाना चाह रहे हैं।

इससे शासन को चूना लग रहा है। वहीं विद्युत की खपत भी अधिक हो रही है। यही वजह है कि विभागीय कर्मचारी योजना के तहत कनेक्शन देने के लिए घर-घर दस्तक दे रहे हैं। बावजूद हितग्राही निशुल्क कनेक्शन लेने से आनाकानी कर रहे हैं।


विद्युत उत्पादक के नाम से पहचान बना चुकी जांजगीर चांपा जिले के लोग अब भी सौभाग्य की रोशनी से नहीं जुडऩा चाह रहे हैं। जबकि सरकार उन्हें निशुल्क रोशनी देने जा रही है। छह माह पहले शुरू हुई योजना से जुडऩे लोगों को विद्युत वितरण कंपनी अपनी पूरी ताकत झोंक रही है, बावजूद लोग कनेक्शन लेने आना कानी कर रहे हैं। क्योंकि लोगों को लंगर कनेक्शन लेकर अपने घरों को रोशन करन की आदी बन चुके हैं। विद्युत वितरण कंपनी के अधिकारियों के मुताबिक जिले में सौभाग्य योजना के तहत लोगों को जोडऩे के लिए 881 गांवों व मजरे टोलों का लक्ष्य मिला था। जिसमें 465 गांवों के मजरे टोलों में विद्युत कनेक्शन का विस्तार कर शत प्रतिशत रोशन कर चुकी है,

वहीं 416 गांवों के मजरे टोलों में अब भी लोगों के घरों में शत प्रतिशत कनेक्शन का विस्तार करना रह गया है। सरकार का कहना है कि हर घरों में बिजली कनेक्शन का विस्तार हो और लोग रोशनी के बीच रहें, लेकिन लोगों में मुफ्त की बिजली का इस्तेमाल करने का लत पड़ गया है। यही वजह है कि सरकारी रिकार्ड में अब तक शत प्रतिशत घरों में रोशनी नहीं हो पाई है। विभागीय अधिकारियों के मुताबिक सौभाग्य योजना के तहत 16 हजार 624 कनेक्शन का विस्तार करना था। जिसमें विभाग ने अब तक 12 हजार 233 कनेक्शन ही लगा पाई है।

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4391 कनेक्शनों का अभी विस्तार करना बाकी है। लक्ष्य का पीछा करते हुए विभागीय अधिकारियों द्वारा लोगों को जागरूक करते हुए कनेक्शन लेने के लिए बाध्य कर रहे हैं, लेकिन लोगों में जागरूकता की कमी के कारण विभागीय टारगेट पूरा नहीं हो पा रहा है।


बांट रहे निशुल्क कनेक्शन
विद्युत वितरण कंपनी सौभाग्य योजना के तहत बीपीएल परिवार वालों को निशुल्क कनेक्शन दे रही है। वहीं एपीएल परिवार वालों से मात्र 500 रुपए कनेक्शन चार्ज किया जा रहा। यह राशि भी एपीएल परिवार वालों से 10 किस्तों में लेना है। यानी हितग्राहियों को हर माह केवल 50 रुपए ही लगेंगे। इतने कम फीस के बाद भी लोग अपने घर में विद्युत कनेक्शन लेने के लिए घबरा रहे हैं। बताया जा रहा है कि कनेक्शन लेने के बाद भारी भरकम बिजली बिल आने की आशंकाओं को देखते हुए लोग बिजली कनेक्शन लेने के लिए इनकार कर रहे हैं।


-सौभाग्य योजना के तहत हितग्राहियों को कनेक्शन देने का काम युद्ध स्तर पर चल रहा है। 16624 कनेक्शन के लक्ष्य के मुताबिक 12233 कनेक्शन दिए जा चुके हैं। विभागीय कर्मचारी द्वारा योजना के तहत लोगों से जुडऩे का आग्रह कर रहे हैं।
-एके धर, कार्यपालन अभियंता, सीएसपीडीसीएल