23 दिसंबर 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

जर्जर भवन में इस स्कूल के 54 बच्चे जान जोखिम में डालकर कर रहे पढ़ाई

शिक्षा विभाग नया भवन के लिए ध्यान नहीं

2 min read
Google source verification
शिक्षा विभाग नया भवन के लिए ध्यान नहीं

शिक्षा विभाग नया भवन के लिए ध्यान नहीं

जांजगीर-चांपा. ग्राम पंचायत हरदी महामाया के शासकीय नवीन प्राथमिक शाला हरदी में सन् 1988 का बना यह भवन जर्जर हो चुका है। सरिया स्कूल भवन के बाहर निकलकर गिरने के कागार पर है। कभी भी भवन गिर सकता है। ऐसे में शिक्षा विभाग नया भवन के लिए ध्यान नहीं दे रही है।


शिक्षा विभाग की लापरवाही के चलते शासकीय नवीन प्राथमिक शाला में ५४ बच्चे खतरे के बीच पढ़ाई को मजबूर हैं। विभागीय अनदेखी का आलम यह है कि विद्यालय में न तो बच्चों के लिए पीने के पानी की व्यवस्था है और न ही छात्राओं के लिए अलग से शौचालय की। ब्लाक के मुख्य विद्यालय के खस्ताहाल भवन की मरम्मत और अन्य सुविधाओं के प्रति विभागीय अधिकारी आंखें मूंदे हुए हैं। जर्जर भवन की सुध नहीं ली। वर्तमान में विद्यालय भवन जर्जर हाल में है। कक्षाओं में दरारें पड़ी हैं, छत और बीम दरकने के कगार पर है, कक्षों में प्रकाश की उचित व्यवस्था नहीं होने से छात्र अंधेरे में शिक्षा ग्रहण करने को मजबूर है। स्कूल की वर्तमान स्थिति से उच्चाधिकारियों को अवगत कराया गया है।


अभिभावक नहीं भेजते बच्चों को
स्कूलों की हालत देखकर अभिभावक भी सरकारी स्कूलों में अपने बच्चों को भेजने के बजाय प्राइवेट स्कूलों में भेजने को मजबूर हैं। हालांकि इन स्कूलों में अधिकारियों की लापरवाही और साठगांठ के चलते अभिभावकों का शोषण होता है। सरकारी स्कूलों में पूरी सुविधाएं न मिलने और अधिकारियों व शिक्षकों की लापरवाही के चलते स्कूलों में छात्रों की संख्या नहीं बढ़ पाती है। स्कूल चलो अभियान कार्यक्रम में खानापूर्ति कर बैठ जाते हैं।


भवन को कायाकल्प की दरकार
स्कूल भवन की प्लास्टर टूटकर गिरता जा रहा है। छत का प्लास्टर आए दिन छूटकर गिरता रहता है। छत जर्जर होने से वह किसी भी समय गिर सकती है। छात्रों की जान को हर समय खतरा बना रहता है। स्कूल में छात्रों की संख्या ५४ हैं। शिक्षक छात्रों को स्कूल में कम बैठाते हैं। इस संबंध में प्रधानपाठक का कहना है कि वह छात्रों को भवन में बैठाने की मजबूरी है। उन्होंने बताया कि विभाग को कई बार लिखा है।


लिखा जा चुका है पत्र
बीईओ व डीईओ को कई बार पत्र लिखकर भेजा है, लेकिन अभी तक सुनवाई नहीं हुई है। स्कूल की मरम्मत कई बार हो चुका है, लेकिन फिर से प्लास्टर नीचे गिर रहा है।

पत्र लिखकर अवगत कराया
बीईओ व डीईओ को कई बार पत्र लिखकर अवगत कराया जा चुका है, लेकिन शासन द्वारा नया भवन के लिए कोई कार्रवाई नहीं कर रही है।
-सुकृता साहू, सरपंच, ग्राम पंचायत हरदी