
जांजगीर-चांपा. जिला मुख्यालय से सटे ग्राम खोखरा में शासकीय कन्या हायर सेकंडरी स्कूल संचालित है लेकिन यहां कन्या के बजाए बालक छात्रों की भी पढ़ाई कराई जा रही है। इस तरह का अजीबो गरीब स्कूल प्रदेश में शायद पहला है जहां छात्राओं के हित में डाका डाला जा रहा है। दरअसल शासन के नियम में ही लोच है। नियम के मुताबिक यहां केवल कन्या छात्राओं को ही प्रवेश देना था, लेकिन नियमों को दरकिनार करते हुए शिक्षा विभाग के अफसर इस स्कूल में बालक छात्रों को भी प्रवेश देकर पढ़ाई करा रहे हैं। जो साफ तौर पर छात्राओं के विशेषाधिकार का हनन है।
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देश के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी एक ओर बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के जुमलाबाजी कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर खोखरा में ऐसा स्कूल संचालित करा रहा है जिसमें बेटियों के हित को धता बताकर उनके विशेषाधिकार में हनन किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि पांच छह साल पहले यहां के हाईस्कूल को कन्या हायरसेकंडरी का दर्जा दिया गया, लेकिन शासन अपने आदेश में यह स्पष्ट उल्लेख नहीं किया कि यहां बालक छात्रों को प्रवेश देने में मनाही है, अलबत्ता यहां के कन्या हायर सेकंडरी स्कूल में बालिकाओं के अलावा बालकों को भी प्रवेश देकर तालीम दी जा रही है।
बताया जा रहा है कि यहां के हायर सेकंडरी स्कूल में सैकड़ों छात्र-छात्राएं अध्ययन करते हैं, लेकिन छात्र-छात्राओं की एक साथ क्लास लगाई जाती है। जिसके चलते छात्राओं के अधिकारों में हनन हो रहा है। ग्रामीणों ने इस बात का विरोध किया था, लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा मामले को दबा दिया गया। जिसके चलते छात्राओं को शिक्षा की समुचित व्यवस्था नहीं मिल पा रही है।
नहीं है छात्राओं के लिए विशेष व्यवस्था
खोखरा गांव में भले ही कन्या हायर सेकंडरी स्कूल खोल दिया गया है, लेकिन छात्राओं के लिए स्कूल परिसर में कोई विशेष व्यवस्था नहीं की गई है। न तो छात्राओं के लिए अलग से टॉयलेट की व्यवस्था है और न ही उनके लिए खेल का मैदान। एक ही साथ सभी छात्र-छात्राएं तालीम के अलावा स्कूल के हर गतिविधि में शामिल होते हैं। दिलचस्प बात यह है कि स्कूल में छात्राओं के लिए शौचालय सहित अन्य व्यवस्था अलग से नहीं होने से उन्हें शर्मसार होना पड़ता है।
हायर सेकंडरी स्कूल खोखरा का नाम भले ही कन्या हायर सेकंडरी स्कूल रखा गया है, लेकिन यहां छात्रों के लिए अलग से स्कूल नहीं होने से बच्चे संयुक्त रूप से एक साथ तालीम लेते हैं। शासन से इसके लिए कोई अलग से आदेश नहीं आया है। शिक्षकीय व्यवस्था बनाने के लिए संयुक्त रूप से क्लास लगाई जा रही है-जीपी भास्करए डीईओ
Published on:
11 May 2018 03:06 pm
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