चांपा में राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जुबानी तीर चला कर पलटवार किया। इधर जैजैपुर विधानसभा में स्मृति ईरानी ने राहुल पर वार कर हिसाब बराबर करते हुए नजर आई। स्मृति ने कहा कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष झूठ का पिटारा लेकर छत्तीसगढ़ में आए हुए हैं। एक तरफ जहां जांजगीर चांपा की सांसद कमला देवी पाटले डंके की चोट पर यह दावा कर सकती है कि उनके लोकसभा क्षेत्र में शिक्षा में सुधार हुआ है, वहीं दूसरी ओर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष के लोकसभा क्षेत्र में जाकर देखिए। स्कूलों में शिक्षक नहीं है, बच्चे जमीन में बैठ कर पढ़ रहे हैं।
राहुल का मोदी पर पलटवार, देश के भगोड़े उद्योगपतियों के लिए पीएम को ठहराया जिम्मेदार शिक्षा की यह हालत, सिर्फ उनके ही विधानसभा में देखने को मिल सकती है। स्मृति ने कहा कि ऐसे लोग व उनके झूठ के पिटारा के चक्कर में नहीं पड़ाना है। लोक लुभावने वादों से दूर होकर प्रदेश में चौथी बार कमल का फूल खिलाना है। हालांकि पहले स्मृति ईरानी ने अपने संबोधन के दौरान राहुल का नाम नहीं लेने व कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष कह कर संबोधित किया। पर उसके बाद कई बार राहुल गांधी का नाम लेते हुए नजर आई।
लक्ष्मी, राहुल के हाथ व बसपा के हाथी पर नहीं आती
भाजपा की स्टार प्रचाकर ने एक बार फिर इस बात को दोहराया कि घर में जब मां लक्ष्मी आती हैं तो हाथ पकड़ कर नहीं, हाथी पर बैठ कर नहीं आती बल्कि वो तो कमल के फूल पर बैठ कर ही आती है। इस बीच स्मृति ने मंच से स्व. प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का नाम लेकर प्रदेश में चौथी बार डॉ. रमन सिंह की सरकार बनाने की बात कही।