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सहकारी समितियां किसानों को खाद देने में विफल, यहां से सस्ती खाद मिल रही बाजार में

सहकारी गोदामों में लूट और बाजार में मिल रही छूट

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सहकारी गोदामों में लूट और बाजार में मिल रही छूट

सहकारी गोदामों में लूट और बाजार में मिल रही छूट

जांजगीर-चांपा. जिले की सहकारी समितियों खाद किसानों को उपलब्ध कराने में नाकाम हो रही है। वहीं खाद सहाकरी समितियों में खाद की बाजार भाव से अधिक होने के चलते ज्यादातर किसान खाद बाजार में खरीदी कर रहे है। सहकारी समितियों में सुपरफास्पेट 350 रुपए है वहीं बाजार में 300 रुपए में उपलब्ध कराई जा रही है।

सहकारी समितियों में किसान डीएपी 1200 रुपए और बाजार में 900 रुपए में किसानों मिल रही है। सहकारी समितियों में बाजार से अधिक भाव होने ने किसान एक बार फिर ठगी के शिकार हो रहे है। युरिया 295 और बाजार में 300 रुपए में मिल रही है।

किसानों का कहना है कि जिले की सहकारी समितियों में समय पर खाद की उपलब्ध नहीं होने से बाजार में ले रहे है। वहीं कई किसानों ने बताया कि पैसे के अभाव में सहकारी समिति में उधार में मिलने के कारण ज्यादातार किसान समितियों के चक्कर काट रहे है। अकलतरा विकासखंड के जिला सहकारी समितियों में किसानों को थम्ब लगाने के बाद ही किसानों को खाद का वितरण किया जा रहा है।

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सहकारी समिति भैसतरा में थम्ब मशीन खराब होने से पांच घंटे से खड़े किसान अपने-अपने कृषि कार्य को छोड़कर खाद के लिए कई दिनों से चक्कर काट रहे है। सहकारी समिति भैसतरा में दर्जनों गांव आता है, लेकिन यहां सिर्फ दो बार ही खाद उपलब्ध कराई गई है। इस संबंध में सहकारी समिति के संचालक मदन साहू से पूछने पर बताया कि खाद के लिए गोदाम जर्जर हो चुका है

जिसके कारण खाद को रखने के लिए उनके पास जगह नहीं होने से वे खाद की मांग नहीं करते है। करीब एक दर्जन गांव भैसतरा से खाद का उठाव करते है, लेकिन गोदाम की जर्जर हालत को देखते हुए जिला प्रशासन को कोस रहे है। तीन से चार वर्ष पहले गोदाम की हालत खस्ताहाल होने के बाद भी यहां नया गोदाम बनाने के लिए कोई पहल नहीं कर रहे है।