26 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

सावधान! जिले की सड़कों पर जगह-जगह खड़े हैं यमराज, पिछले 36 घंटे में इतने को ले गए

-डभरा में फिर एक की मौत -रात को पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर जांच पड़ताल शुरू कर दी है।

2 min read
Google source verification
सावधान! जिले की सड़कों पर जगह-जगह खड़े हैं यमराज, पिछले 36 घंटे में इतने को ले गए

सावधान, जिले की सड़कों पर जगह-जगह खड़े हैं यमराज, पिछले 36 घंटे में इतने को ले गए

जांजगीर-चांपा. जिले की सड़कों पर चौबीसो घंटे मौत की गश्त हो रही। हर रोज सड़क दुर्घटना में मौत को देख लोगों के रूह कांप उठ रहे हैं। जिले में बीते 36 घंटे के भीतर सड़क पर तीन लोगों की मौत हो चुकी है। रविवार की रात अकलतरा थानांतर्गत ग्राम देवकिरारी निवासी विश्वनाथ सिंह की ट्रेलर की चपेट में आने से मौत हुई थी। वहीं सोमवार की सुबह चांपा थाना क्षेत्र के डोंगाघाट निवासी राम शंकर पिता गणेश राम को तेज रफ्तार ट्रक ने बेरियर चौक चांपा के पास बुरी तरह से कुचला था। वहीं सोमवार की रात को फिर डभरा थानांतर्गत सूखापाली में बिहार का रहने वाला मोनू साह पिता अमित साह को अज्ञात वाहन ने कुचल दिया। मोनू की मौके पर ही मौत हो गई। रात को पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर जांच पड़ताल शुरू कर दी है।

Read More : मछली लेने बाजार गया था आरक्षक, घर लौटा तो पत्नी को देख फटी रह गई आंखें
जिले में तेज रफ्तार वाहनों की संख्या बड़े शहरों की तरह बढ़ रही है। जिले में लगातार खुल रहे औद्योगिक कारखाने के लिए चलने वाले भारी भरकम ट्रकों से लोक असमय कुचले जा रहे हैं। लोगों के द्वारा जरा सी चूक हुई समझो मौत पक्की है। बीते दस सालों में जिले में दो हजार लोगों की सड़क दुर्घटना में जान जा चुकी है। वर्ष 2017 में 223 लोगों की सड़क दुर्घटना में मौत हुई थी। इससे पहले वर्ष 2016 में 220 लोग कुचले गए थे। इस तरह हर साल सड़क में मौतों का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है।

पुलिस अभियान बेअसर
सड़क पर मौतों के आंकड़े में कमी लाने के लिए पुलिस जागरूकता अभियान ला रही है, लेकिन अभियान का असर लोगों में नहीं पड़ रहा है। लोगों को जागरूक करने के लिए पुलिस लगातार गांवों में शिविर लगाकर लोगों को मोटरव्हीकल एक्ट का पाठ पढ़ा रही है, लेकिन लोगों में इसका असर नहीं पड़ रहा है। स्कूलों में भी मोटरवीकल एक्ट का पाठ पढ़ाना शुरू हो चुका है। इसके बाद भी सड़क दुर्घटना में मौत के आंकड़ों में कमी नहीं आ रही है।

अंगूर की बेटी का कमाल
रात को अधिकतर सड़क दुर्घटना अंगूर की बेटी का कमाल है। लोग शाम को शराब की नशे में वाहन चलाते हैं और भारी वाहनों की चपेट में आते हैं। भारी वाहनों की स्पीड कम नहीं होती और बेतरतीब वाहन चालकों को अपनी चपेट में ले लेती है। जिले में हो रही सड़क दुर्घटना में 50 फीसदी मामले शराब की वजह से होती है। इस बात की गवाही पुलिस खुद दे रही है।

-सड़क दुर्घटना में कमी लाने के लिए पुलिस हर रोज जागरूकता अभियान चला रही है। इसके बाद भी दुर्घटना में कमी नहीं आ रही है। इसके लिए लोगों को खुद जागरूक होना होगा- नीतु कमल, एसपी जांजगीर-चांपा