
पैसा बचाने ठेकेदार ने किया ऐसा खेल, अब फंस रहे वाहन, हो रही दुर्घटनाएं, पढि़ए खबर...
जांजगीर-चांपा. सिंचाई विभाग द्वारा नहर पार के गड्ढों में मुरुम या डस्ट पाटने की बजाए मिट्टी पाट दिया है। इस काम के लिए सिंचाई विभाग के अफसरों ने बड़ा घालमेल किया है। क्योंकि जहां मुरुम या डस्ट पाटना था वहीं आस पड़ोस की मिट्टी को पाट दिया गया है। ऐसे में ठेकेदार ने दूर दराज से डस्ट मुरूम न लाकर लाखों का बजट बचा लिया है। नहर पार में काली मिट्टी का छिड़काव होने यह मार्ग पूरी तरह से कीचडय़़ुक्त हो गया है। इससे बारिश के दिनों इससे बारिश के दिनों इस रूट में आवागमन करने से लोग फिसल कर गिर रहे हैं या फिर लोग रूट बदलकर आवागमन करने मजबूर हैं।
शहर के लोग सिंचाई विभाग के अफसर व नगरपालिका को बोलते थक गए, लेकिन उनकी फरियाद किसी के द्वारा नहीं सुनी जा रही है। इसके चलते शहर के लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। नहर पार में लोग पिछले तीन दसक से आवागमन कर रहे हैं। पहले यह नहर पार की सड़क भले ही मुरूम वाली कच्ची सड़क थी, लेकिन चमचमाती थी। लोग इस सड़क में एक जिले से दूसरे जिले की भी सफर तय करते थे। जांजगीर जिले के अधिकतर लोग अब भी इस नहर पार वाली सड़क के माध्यम से कोरबा जिला जाते हैं, लेकिन लगातार वाहनों के दबाव से यह मार्ग भी बेहद खस्ता हो चुका है। इसकी मरम्मत के नाम पर सिंचाई विभाग लगातार लाखों रुपए का बिल बनाती है, लेकिन मौके पर कुछ नजर नहीं आता।
शासन की करोड़ो रुपए की राशि सिंचाई विभाग के अफसरों द्वारा बंदरबांट कर लिया जाता है। कुछ इसी तरह का खेल इस साल भी जांजगीर आसपास के नहर में किया गया है। यहां नहर के बदहाल नहर पार में सिंचाई विभाग ने मुरूम या डस्ट की जगह मिट्टी पाटकर इस मार्ग को बनाने की बजाए मौत का मार्ग बना दिया है। लोग या तो इस मार्ग में चल नहीं पा रहे हैं और चल रहे हैं तो फिसलकर नहर में समा रहे हैं। इस मार्ग में आज भी नहर के आसपास के सैकड़ों घरों के लोगों के अलावा आसपास गांव के लोग शार्टकट अपनाकर आवागमन करते हैंए लेकिन यह मार्ग अब उनके लिए मौत का मार्ग बनकर रह गया है।
ठेकेदार ने किया बड़ा खेल
बताया जा रहा है कि इस कार्य के लिए सिंचाई विभाग के अफसरों ने बड़ा खेल किया है। नियम के मुताबिक नहर पार में बेहतर आवागमन के लिए मुरुम या डस्ट पाटना था, लेकिन ठेकेदार ने पास के तालाब की खुदाई कर मिट्टी पाट दिया है। ठेकेदार ने एक होटल पीछे से मिट्टी लाकर यहां पाटा था। तब इसकी अवैध उत्खनन की शिकायत भी हुई थी। जिसमें ठेकेदार का जेसीबी व ट्रैक्टर भी जब्त हुआ था। इतने बड़े घालमेल पर सिंचाई विभाग के अफसरों की आंख नहीं दिखी। क्यों कि विभागीय अफसरों को बतौर कमीशन मोटी रकम मिलने की भी चर्चा है।
Published on:
27 Jul 2018 05:48 pm
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