
जांजगीर-चांपा. पत्रिका डॉट काम द्वारा आयोजित टॉपिक ऑफ द डे में मार्शल आर्ट प्रशिक्षक व संघ के प्रदेश प्रमुख वरूण पांडे शामिल हुए। उन्होंने मार्शल आर्ट की विभिन्न विधाओं पर चर्चा करते हुए बताया कि इसके 35 विधा हैंए लेकिन 8 से 10 विधा ज्यादा प्रचलन में है। उन्होंने सभी को मार्शल आर्ट का प्रशिक्षण लेने आवश्यक बताया।
मार्शल आर्ट प्रशिक्षक वरूण पांडे ने बताया कि जिले में मार्शल आर्ट की 35 विधाओं में से जूडो, कराते, कूंग्फू, वुशु, फेंसिंग, आईकिडो, ताइक्वांडो जैसी विधाएं प्रचलित हैं। इस विधा के गुर कई प्रशिक्षक लोगों को ट्रेनिंग दे रहे हैं। उन्होंने बताया कि मार्शल आर्ट से महिलाएं खासकर लड़कियां ज्यादा जुड़ रही हैं।
वर्तमान मेंं महिलाओं को लेकर कई तरह की घटनाएं सामने आ रही है, जिससे निपटने के गुर इस विधा में सिखाए जाते हैं। मार्शल आर्ट से प्रशिक्षित होकर लड़कियां ना केवल अपनी रक्षा करने में समर्थ हो रही हैंए बल्कि इसके दम पर वे रोजगार भी हासिल कर रही हैं।
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उन्होंने बताया कि मार्शल आर्ट की राष्ट्रीय स्तर की जिले की खिलाड़ी निशा फर्रे को सरकारी नौकरी भी मिली है। सरकार ने इस विधा के खिलाडिय़ों के लिए नौकरी में कोटा भी निर्धारित कर दिया है। इसी तरह महिलाओं के हास्टल व स्कूल व अन्य कई संस्थानों में महिला ट्रेनर की नियुक्ति की जा रही है, जहां भी लड़कियां रोजगार हासिल कर रही है। उन्होंने यह भी बताया कि जिले के 50 से अधिक खिलाडिय़ों को सरकार की ओर से डाइट व अन्य सुविधाएं भी मिल रही है।
सरकार का ध्यान भी इस विधा के विकास व प्रचार में लगा है, जिससे अब स्कूलों में प्रशिक्षण के लिए अलग समय निकाला जा रहा है। जिले के साक्षी पांडेय, रुखमणी, संजना यादव, छबिनाथ साहू, किशन साहू, वीरभद्र बहादुर जैसे खिलाडिय़ों ने अपना नाम राष्ट्रीय स्तर पर रोशन किया है। जिले में प्रशिक्षण प्राप्त खिलाडिय़ों की संख्या लगातार बढ़ते जा रही है। आमजन भी अपने बच्चों को सहर्ष प्रशिक्षण में भेज रहे हैं। वे स्वयं कराते संघ के माध्यम से मार्शल आर्ट के प्रचार व प्रशिक्षण में लगे हुए हैं।

Published on:
06 Apr 2018 01:36 pm
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