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पदयात्रा कर मां मड़वारानी के दर्शन करने जाएंगे इतने श्रद्धालु, गाजे-बाजे के साथ निकाली जाएगी झांकी

- मौहारी तालाब स्थित सारंगढिऩ दाई मंदिर से झांकी निकालकर मड़वारानी तक पहुंचेगी

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पदयात्रा कर मां मड़वारानी के दर्शन करने जाएंगे इतने श्रद्धालु, गाजे-बाजे के साथ निकाली जाएगी झांकी

पदयात्रा कर मां मड़वारानी के दर्शन करने जाएंगे इतने श्रद्धालु, गाजे-बाजे के साथ निकाली जाएगी झांकी

अफरीद-चांपा। गौरव ग्राम अफरीद के 500 श्रद्धालु पदयात्रा कर मड़वारानी के दर्शन करने जाएंगे। यहां के श्रद्धालु हर साल नवरात्रि के अवसर पर पदयात्रा कर मां मड़वारानी के दर्शन करते हैं। सैकड़ो श्रद्धालुओं का जत्था पदायात्रा करते हुए सुबह मड़वारानी पहुंचते हैं और देवी के दर्शन करने के बाद समिति के युवकों द्वारा स्वल्पाहार एवं खाने की व्यवस्था कराई जाती है। तकरीबन 500 श्रद्धालुओं को मड़वारानी मंदिर में पूजा अर्चना कर प्रसाद ग्रहण करते हैं।

इस अवसर पर समिति के सदस्यों द्वारा शाम को गाजे बाजे के साथ आकर्षक झांकी निकाली जाती है। झांकी को पूरे गांव में भ्रमण कराया जाता है। मौहारी तालाब स्थित सारंगढिऩ दाई मंदिर से झांकी निकालकर मड़वारानी तक पहुंचती है। कार्यक्रम को लेकर गांव में उत्साह का माहौल रहता है। कार्यक्रम की तैयारी में श्री गणेश समिति और मां मड़वारानी विशाल पदयात्रा समिति के विवेक राठौर, कमल गुप्ता, गोपाल राठौर, हरीश गुप्ता, गोपाल राठौर, सुमन सोनी, किशोर राठौर, भूपेंद्र राठौर, देवेंद्र राठौर, आनंद राठौर, वीरेंद्र राठौर, अनिरूद्ध राठौर, गोविंद राठौर, ओपी राठौर, आकाश राठौर, रामविलाश कर्ष, भोला मरकाम, खोमेश राठौरराकेश राठौर, पंकज पांडेय सहित सैकड़ों युवा जुटे हुए हैं।

36 किलोमीटर का तय करते हैं सफर
गौरव ग्राम अफरीद से मड़वारानी की दूरी ३६ किलोमीटर है। जिसे युवा पदयात्रा कर सफर तय करते हैं। हर चौक चौराहों में शीतल जल की व्यवस्था की जाती है। रात को गांव से निकलने के बाद सुबह मड़वा रानी पहुंचते हैं। पहाड़ के नीचे स्नान करने के बाद जल भरकर पहाड़ के उपर मंदिर में चढ़ते हैं। इसके बाद पूजा पाठ कर पहाड़ के नीचे भंडारे की व्यवस्था रहती है। जिसमें प्रसाद ग्रहण किया जाता है।

जांजगीर-चांपा. मां के प्रति गहरी आस्था ही श्रधालुओं को माता के दरबार तक पहुंचाती है इसका प्रमाण आज शहर मे देखने को मिला जहां जांजगीर से महिला समिति का जत्था पैदल यात्रा कर हरदी स्थित मां महामाया के दर्शन करने पहुंचे। इस यात्रा में शामिल महिला समिति का मानना है की हरदी की महामाया के दर्शन मात्र से दुख तकलीफ दूर हो जाते है मन की मुराद माता रानी के दर्शन से पूरे होते हैं। वहीं मनोकामना दीप प्रज्जवल कराने से आत्मिक शांति प्राप्त होती है।

सक्ती. चन्द्रपुर पदयात्रा सेवा समिति द्वारा विगत 18 वर्षों से लगातार सक्ती नगर से मां चन्द्रहासिनी देवी की नगरी चंद्रपुर तक करीब 60 किलोमीटर तक की पैदल देवी भक्तों की यात्रा की जा रही है। समिति के आयोजक श्यामसुन्दर अग्रवाल, घनश्याम भिडवानी, नागर अग्रवाल, हेमन्त देवांगन, जितेन्द्र अग्रवाल (जीतू), पवन अग्रवाल ने बताया इस यात्रा के पूर्व समिति के सदस्यों द्वारा कई बार बैठकें कर यात्रा की रूप रेखा तैयार की गई एवं जिस रोड से पद यात्री जायेगें लगभग 30 गांव में ग्रामीणों द्वारा भक्तों के लिये हर प्रकार की व्यवस्था की गई है । योगेश अग्रवाल (बंटू) एवं साथियों द्वारा भद्री चौक में समस्त पदयात्रियों के लिये भोजन की व्यवस्था हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी की गई । नागर अग्रवाल द्वारा सभी पदयात्रियों के लिये रात्रि में प्रकाश व्यवस्था 500 टार्चो की व्यवस्था की गई ताकि पदयात्रियों को अंधेरा का परेशानियों का सामना न करना पड़े।