
जांजगीर-चांपा. धान खरीदी के नाम पर किसानों से लूटपाट जारी है और अब उठाव के नाम पर शासन के खजाने में खुली डकैती डाली जा रही है। विपणन संघ द्वारा धान उठाव के संबंध में बनाए गए प्रावधानों का पालन नहीं करते हुए कोरबा जिले के मिलर्स से नवागढ़ ब्लाक के खरीदी केंद्रों से धान का उठाव कराया जा रहा है। इससे प्रति फेरा 14 से 18 हजार रुपए का नुकसान शासन को हो रहा है।
धान खरीदी में शासन-प्रशासन के लाख उपायों के बाद भी किसानों से लूट खसोट बदस्तूर जारी है। इतना ही नहीं निर्धारित तौल से अधिक धान लेने वाले खरीदी केंद्र प्रभारियों पर प्रशासन का शिकंजा अब तक नहीं कसा है। इस बात का फायदा उठाते हुए अब विपणन संघ के अधिकारी भी शासन को लाखों का चूना लगाने तुले हुए हैं। धान खरीदी व केंद्रों से धान उठाव को लेकर शासन द्वारा नए नियम बनाए गए हैं, जिससे हर साल इस दौरान होने वाले गड़बडिय़ों को रोका जा सके, लेकिन लाख प्रयास के बाद भी किसानों के साथ शासन को चूना बदस्तूर लगाया जा रहा है। धान खरीदी में जिला हमेशा अव्वल रहा है। इस लिए यहां के खरीदी केंद्रों से धान का परिवहन करना ठेकेदारों के लिए फायदे का सौदा होता है।
धान उठाव के लिए शासन द्वारा पूरी प्रक्रिया को ऑनलाइन करते हुए गड़बड़ी रोकने का प्रयास किया गया है, लेकिन अधिकारी व राइस मिलर्स इसमें भी सेंध लगा रहे हैं। नियमों में यह स्पष्ट प्रावधान किया गया है कि खरीदी केंद्र के आसपास के राइस मिलर्स ही पहले धान का उठाव करेंगे, फिर भी बचत होने की स्थिति में संग्रहण केंद्रों में धान रखने कहा गया है। इस प्रावधान के बाद भी विपणन संघ के अधिकारी कोरबा जिले के कटघोरा, दीपका के राइस मिलर्स से नवागढ़ ब्लाक के धान का उठाव करा रहे हैं। इससे ना केवल नियमों का उल्लंघन हो रहा है, बल्कि शासन को लाखों का नुकसान हो रहा है। इस कार्य में जांजगीर व कोरबा जिले के विपणन संघ के अधिकारियों का हाथ है, जिसके कारण राइस मिलर्स मनचाहे जगह से धान का उठाव कर रहे हैं।
संग्रहण केंद्र तक का आठ हजार
जिले के धान खरीदी केंद्रों से संग्रहण केंद्रों तक धान परिवहन का भाड़ा आठ से १० हजार रुपए तक बनता है। सलखन व आसपास के केंद्रो से जांजगीर के मनोहर भांठा स्थित संग्रहण केंद्र की दूरी 20 से 22 किलोमीटर है। इस तरह इन गांवों का धान उठाने के नाम पर केवल सात से आठ हजार रुपए का भाड़ा लगना है, लेकिन अधिकारी कमीशन के चक्कर में २५ हजार रुपए तक भुगतान कर रहे हैं।
इस तरह हो रही गड़बड़ी
राइस मिलों को धान उठाने नजदीक के केंद्र का डीओ देने का प्रावधान है, लेकिन कोरबा जिले के कटघोरा व दीपका के राइस मिलर्स नवागढ़ ब्लाक के सलखन व आसपास के खरीदी केंद्रों से उठाव कर रहे हैं। दूर के केंद्र से धान उठाने पर मिलर्स को भाड़े के नाम पर बड़ी रकम का भुगतान किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि कटघोरा से सलखन की दूरी 130 किलोमीटर है, जिसके लिए 22 से 25 हजार रुपए का भुगतान किया जा रहा है। वहीं 20 किलोमीटर के दायरे में राइस मिलर्स द्वारा उठाव करने पर केवल सात हजार रुपए का बिल बनेगा। इस तरह नजदीक के मिलर्स से उठाव नहीं करा कर दूर के मिलर्स से उठाव कराया जा रहा है। इसके आड़ में मिलर्स अधिकारियों को बड़ी रकम का भुगतान कर रहे हैं। यह खेल अधिकारी सलखन के अलावा नवागढ़ तथा अकलतरा ब्लाक के एक दर्जन से अधिक केंद्रो से खेल रहे हैं।
-दूर के खरीदी केंद्रों से धान उठाने का प्रावधान नहीं है, लेकिन कोरबा जिले के मिलर्स को दूर के केंद्रों से धान उठाने डीओ काटा जा रहा है। ऑनलाइन प्रक्रिया में तकनीकी खामी के चलते इस तरह का डीओ कट रहा है- केपी कर्ष, डीएमओ जांजगीर
Published on:
21 Dec 2017 01:01 pm
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